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WFI विवाद: बजरंग पूनिया का आरोप- शिकायत करने वाली महिला पहलवानों को तोड़ने की कोशिश, उनकी जान को खतरा, दिया जा रहा पैसों का लालच

ओलिंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने आरोप लगाया है कि कुश्ती महासंघ शिकायत करने वाली पहलवानों को चुप कराने और तोड़ने की कोशिश कर रहा है.

WFI विवाद: बजरंग पूनिया का आरोप- शिकायत करने वाली महिला पहलवानों को तोड़ने की कोशिश, उनकी जान को खतरा, दिया जा रहा पैसों का लालच
authorSportsTak
Tue, 25 Apr 04:55 PM

Wrestlers Protest: दिल्ली के जंतर मंतर पर जारी पहलवानों के धरने के बीच ओलिंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने आरोप लगाया है कि कुश्ती महासंघ शिकायत करने वाली पहलवानों को चुप कराने और तोड़ने की कोशिश कर रहा है. उनका कहना है कि महिला पहलवानों पर कुश्ती महासंघ के मुखिया ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ शिकायत वापस लेने का दबाव डाल जा रहा है. पत्रकारों से बात करते हुए बजरंग ने आरोप लगाया कि यौन शोषण की शिकायत करने वाली सात महिला पहलवानों की एकजुटता को तोड़ने की कोशिश हो रही है. शिकायतकर्ताओं की जिंदगी को खतरा है. रेसलिंग फेडरेशन के प्रतिनिधि घर जाकर पैसे ऑफर कर रहे हैं. यदि उन शिकायतकर्ताओं को कुछ होता है तो दिल्ली पुलिस और सरकार जिम्मेदार होगी.

 

बजरंग ने आगे कहा कि जब तक ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है तब तक वे धरना खत्म नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, 'धरने की जगह पर सबका स्वागत है. यहां तक कि बीजेपी भी आ सकती है. यहां कोई वोट नहीं मांग रहा है. चुनावों का इस प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है. हम यहां राजनीति करने, सांसद बनने या विधायक बनने नहीं आए हैं. सभी पहलवान हमारे साथ हैं. हम नौजवानों को शामिल नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें एशियन गेम्स के लिए तैयारी करनी है. जब तक ब्रज भूषण शरण को उनके अपराधों की सजा नहीं मिलती तब तक हम धरनास्थल से नहीं उठेंगे.'

 

साक्षी-विनेश ने सुप्रीम कोर्ट का जताया आभार

 

इस दौरान साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने पहलवानों की अर्जी पर सुनवाई के लिए सहमति जताने पर सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद कहा. साक्षी ने कहा, 'हम महिला पहलवान इस कदम के लिए हमेशा सुप्रीम कोर्ट के आभारी रहेंगे. कानून में हमारा भरोसा मजबूत हुआ है.' कोर्ट ने ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों पर एफआईर दर्ज न किए जाने का आरोपों को गंभीर बताया है. साथ ही उसने याचिका पर सुनवाई पर सहमति जताई. कोर्ट ने इस मामले में दिल्ली सरकार और बाकियों को नोटिस जारी किए हैं.

 

पहलवानों के साथ आए नेता, किसान संगठन

 

पहलवानों को उनके धरने के दौरान राजनेताओं, खाप नेताओं और किसान संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है. 25 अप्रैल को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, कांग्रेस नेता उदित राज, सीपीएम नेता बृंदा करात पहलवानों से मिले. हुड्डा करीब 35 मिनट तक वहां पर रहे. हालांकि उन्होंने पत्रकारों से बात नहीं की. वहीं उदित राज ने कहा कि वे अपने उद्देस्य के लिए डटे रहे. वे किसानों की तरह ही विजेता बनकर उभरेंगे.

 

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