भारत को निशानेबाजी में मिला एक और ओलिंपिक कोटा, मेडन फाइनल में महिला शूटर ने मचाया धमाल, रिकॉर्ड के साथ जीता मेडल
ISSF Final Olympic Shotgun Qualification: महेश्वरी चौहान ने आईएसएसएफ शॉटगन ओलिंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप के आखिरी दिन पेरिस ओलिंपिक के लिए भारत का 21वां कोटा हासिल कर लिया.
Advertisement
Advertisement
ISSF Final Olympic Shotgun Qualification: महेश्वरी चौहान ने हासिल किया ओलिंपिक कोटा
ISSF Final Olympic Shotgun Qualification: महेश्वरी चौहान मामूली अंतर से गोल्ड से चूकीं
भारत को निशानेबाजी में एक और ओलिंपिक कोटा मिल गया है. 27 साल की निशानेबाज महेश्वरी चौहान ने दोहा में आईएसएसएफ शॉटगन ओलिंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप के आखिरी दिन पेरिस ओलिंपिक के लिए भारत का 21वां कोटा हासिल कर लिया. उन्होंने इस चैंपियनशिप में रिकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता. दिलचस्प बात ये है कि भारतीय स्टार महेश्वरी का ये पहला ही फाइनल था और उन्होंने अपने पहले फाइनल में ही धमाका कर दिया. हालांकि वो करीबी अंतर से गोल्ड मेडल से चूक गईं. उनके और चिली की फ्रांसिस्का क्रोवेटो चाडिड के बीच कांटे की टक्कर चली.
महेश्वरी को गोल्ड मेडल के लिए शूट ऑफ में चाडिड के हाथों 4-3 से हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले दोनों निशानेबाजों ने 60 में से एक समान 54 अंक बनाये थे, मगर शूटऑफ में करीबी अंतर से भारतीय निशानेबाज को हार का सामना करना पड़ा. महिला स्कीट में भारत का ये दूसरा ओलिंपिक कोटा है. फाइनल के बाद महेश्वरी ने कहा-
मैं बहुत रोमांचित हूं. यहां तक पहुंचने के लिए पिछले कुछ सालों में काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी. मैं शूट-ऑफ को लेकर थोड़ा निराश हूं, लेकिन कुल मिलाकर, यह बहुत संतोषजनक रहा है.
महेश्वरी के नाम नेशनल रिकॉर्ड
दिन की शुरुआत में महेश्वरी टेबल में टॉप पर थीं, लेकिन क्वालीफिकेशन के आखिरी दौर में 23 के स्कोर के कारण उन्होंने चौथे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. क्वालीफिकेशन में उनका कुल स्कोर 121 था, जो एक नया नेशनल रिकॉर्ड भी हैं. महेश्वरी चौहान ने 21 साल की उम्र में इतिहास रचा था. साल 2017 में उन्होंने देश को ऐतिहासिक मेडल दिलाया था. महेश्वरी ने 2017 में 7वें एशियन चैंपियनशिप शॉटगन में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वो इंटरनेशनल इवेंट में विमंस स्कीट में व्यक्तिगत मेडल जीतने वाले पहली भारतीय बनी थीं.
ये भी पढ़ें-
Advertisement