नेत्रा कुमानन ने भारत को दिलाया पेरिस ओलिंपिक का टिकट, जानें क्या है एमर्जिंग नेशंस प्रोग्राम, जिसकी वजह से मिला कोटा
नेत्रा कुमानन ओवरऑल तो 5वें स्थान पर रही थीं, मगर एमर्जिंग नेशन्स प्रोग्राम’ बैनर के तहत वो नौकाचालकों में टॉप पर रहीं और उसी के दम पर उन्होंने कोटा हासिल किया.
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नेत्रा कुमानन लास्ट चांस रेगाटा में ओवरऑल 5वें स्थान पर रही थीं
एमर्जिंग नेशन्स प्रोग्राम के तहत वो टॉप पर रहीं
भारत को सेलिंग में नेत्रा कुमानन में बड़ी खुशखबरी दी है. सेलिंग में देश को दूसरा पेरिस ओलिंपिक कोटा मिल गया है. नेत्रा कुमानन ने शुक्रवार को फ्रांस के हेरेस में ‘लास्ट चांस रेगाटा’ ओलिंपिक क्वालीफायर में भारत के लिए कोटा हासिल किया. टोक्यो ओलिंपिक में हिस्सा ले चुकी नेत्रा ने महिलाओं की डिंघी (आईएलसीए 6) में हिस्सा लेते हुए ‘एमर्जिंग नेशन्स प्रोग्राम’ बैनर के तहत ये कोटा हासिल किया.
67 नेट अंक हासिल कर वो ओवरऑल लीडरबोर्ड पर पांचवें स्थान पर रही थीं. हालांकि उन्होंने ‘एमर्जिंग नेशन्स प्रोग्राम’ के तहत नौकाचालकों में शीर्ष पर रहकर कोटा हासिल किया. दरअसल खेल की संचालन संस्थान ‘वर्ल्ड सेलिंग’ का टारगेट इमर्जिंग नेशन्स प्रोग्राम के जरिये उन देश के नौकाचालकों की मदद करना है जो इस खेल में ज्यादा नहीं खेलते हैं.
छह बार की ओलिंपियन चूकीं
महिलाओं की डिंघी में टॉप तीन प्लेयर्स ने सबसे पहले ओलिंपिक कोटा हासिल किया, जिसमें रोमानिया की एब्रू बोलाट (36 नेट अंक), साइप्रस की मारिलेना माक्री (37 नेट अंक) और स्लोवेनिया की लिन प्लेटिकोस (54 नेट अंक) शामिल थीं. वहीं व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट के रूप में प्रतिस्पर्धा करने वाली छह बार की ओलिंपियन तातियाना ड्रोजदोवस्काया (59 नेट अंक) चौथे स्थान पर रहीं. वो ओलिंपिक कोटा हासिल करने से चूक गईं.
नेत्रा कुमानन का करियर
पेरिस 2024 ओलिंपिक के लिए नौकायन में ‘लास्ट चांस रेगाटा’ अंतिम क्वालीफाईंग टूर्नामेंट है. 26 साल की नेत्रा की बात करें तो टोक्यो ओलिंपिक में वो 35वें स्थान पर रही थी, जबकि पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में वो 70वें स्थान पर रही थीं. 2022 में एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने थाईलैंड में गोल्ड और यूएई में सिल्वर मेडल जीता था.
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