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पाकिस्तानी हॉकी ने जिताया था अर्जेंटीना को पहला फीफा वर्ल्ड कप, हॉकी खिलाड़ियों से टिप्स लेता था फुटबॉल कोच

हर 4 साल में दुनिया की तमाम हॉकी टीमें एक साथ

पाकिस्तानी हॉकी ने जिताया था अर्जेंटीना को पहला फीफा वर्ल्ड कप, हॉकी खिलाड़ियों से टिप्स लेता था फुटबॉल कोच
SportsTak - Mon, 09 Jan 11:43 AM

हर 4 साल में दुनिया की तमाम हॉकी टीमें एक साथ वर्ल्ड कप (Hockey World Cup) खेलने के लिए जुटती है. इस बार भी कुछ ऐसा ही होने जा रहा है जहां टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर चुकी टीमें भारत पहुंच चुकी हैं. चौथी बार भारत में एफआईएच हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है. ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में ये तमाम मैच खेले जाएंगे. मैचों का आयोजन बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम और कलिंगा हॉकी स्टेडियम में होगा. ऐसे में हम आपके लिए तमाम वर्ल्ड कप से जुड़ी कहानियां लेकर आ रहे हैं. लेकिन इस बार की कहानी थोड़ी अलग है क्योंकि किसी भी खेल में पहली बार ऐसा हुआ जब हॉकी मैच को देखकर किसी फुटबॉल टीम ने वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया. हम यहां पाकिस्तान की हॉकी टीम और अर्जेंटीना (Argentina) की फुटबॉल टीम की बात कर रहे हैं. पाकिस्तान की हॉकी टीम ने 1978 वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था. ऐसे में अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कोच ने पाकिस्तान टीम से काफी कुछ सीखा था और अपनी फुटबॉल टीम को भी सिखाया था. नतीजा ये रहा कि, अर्जेंटीना की टीम भी उस साल फुटबॉल वर्ल्ड कप पर कब्जा करने में कामयाब रही.

 

पाकिस्तान की टीम उस दशक हॉकी में दुनिया की बेस्ट टीम थी. लेकिन साल 2023 वर्ल्ड कप में पहली बार ऐसा होगा जब ये टीम वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं लेगी. 1978 में हॉकी को दुनियाभर में पसंद किया जाता था. पाकिस्तान ने कई ओलिंपिक मेडल और हॉकी वर्ल्ड कप पर भी कब्जा कर लिया था. ऐसे में इस साल हॉकी और फुटबॉल दोनों का वर्ल्ड कप अर्जेंटीना में होना था. हॉकी जहां मार्च के महीने में खेला जाना था, वहीं फुटबॉल जून के महीने में.

 

पाकिस्तान बना चैंपियन
पाकिस्तान ने साल 1978 वर्ल्ड कप पर कब्जा कर लिया. इस दौरान टीम ने कई बड़े रिकॉर्ड्स भी बनाए. जिसमें एक एडिशन में सबसे ज्यादा गोल का भी रिकॉर्ड था. पाकिस्तान की टीम पहली ऐसी टीम थी जिसने वर्ल्ड कप बिना कोई गेम गंवाए और ड्रॉ के बिना जीता था. वहीं टीम का सर्वोच्च गोल अंतर 31 का था, जो अभी भी सबसे बड़ा रिकॉर्ड है.

 

अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कोच ने देखा पाकिस्तान का हर मैच
अर्जेंटीना फुटबॉल टीम के कोच सीजर लुईस मेनोटी वो कोच थे जिन्हें वर्तमान में भी याद किया जाता है. ये कोच फुटबॉल वर्ल्ड कप से पहले पाकिस्तान हॉकी टीम का हर मुकाबला देखने जाते थे. इस दौरान टीम का कोचिंग स्टाफ भी साथ रहता था. कोच के साथ असिस्ट भी पाकिस्तान का अभ्यास सेशन देखते थे. यही वो समय था जब मेनोटी पहली बार पाकिस्तान के स्टार खिलाड़ी अब्दुल वाहीद खान से मिले. इस दौरान उन्होंने कई चीजें सीखीं जिससे अर्जेंटीना को मदद मिल सकती थी.

 

डबल अटैक का ज्ञान
वाहीद ने मेनोटी को डबल अटैक सिखाया था. इस डबल अटैक में टीम दाहिने ओर से अटैक करती थी और हाफ तक पहुंचती थी. इसके बाद तुरंत ही टीम अटैक को बाएं तरफ शिफ्ट कर देती थी. वाहीद ने मेनोटी से कहा था कि वो अपने विंगर्स की मदद से विरोधी टीम के अटैक को मात दे सकते हैं. बता दें कि मेनोटी पाकिस्तान का हर सेशन आकर देखा करते थे. इस दौरान अब्दुल वाहीद मेनोटी को हर सेशन में अलग अलग चीजें सिखाया करते थे और बताते थे कि, ऐसे करने से कैसे उनकी टीम को मदद मिल सकती है. मेनोटी इन पॉइंट्स को कॉपी कर वहां से चले जाते थे.

 

अर्जेंटीना बना चैंपियन
पाकिस्तान के हॉकी टीम के खिलाड़ी और खुद अब्दुल वाहीद भी इस बात पर भरोसा नहीं कर पाए थे कि 2 महीने बाद अर्जेंटीना की टीम इसी रणनीति की मदद से फीफा वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हो गई. इसके बाद वाहीद खान को कराची में एक टेलीग्राम मिला जिसे सीजर लुईस मेटोनी ने भेजा था. इस टेलीग्राम में उन्होंने पाकिस्तान हॉकी टीम और वाहीद का शुक्रिया अदा किया था कि उनके जरिए दिए गए टिप्स और सिखाई गई रणनीति के चलते ही टीम को जीत मिली.
 

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