Hockey world cup 2023 में टीम इंडिया के कप्तान हरमनप्रीत से दबाव हटाना चाहते हैं कोच, जानिए क्या कहा
Hrmanpreet Singh: भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह शुक्रवार (13 जनवरी) से शुरू हो रहे पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने की अपनी क्षमता के कारण आकर्षण का केंद्र होंगे.
Advertisement
Wed - 11 Jan 2023
Advertisement
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह शुक्रवार (13 जनवरी) से शुरू हो रहे पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने की अपनी क्षमता के कारण आकर्षण का केंद्र होंगे. लेकिन टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने इस महत्वपूर्ण खिलाड़ी से ध्यान हटाने की योजना पर काम किया है. हरमनप्रीत को वर्तमान में दुनिया के बेहतरीन पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों में से एक माना जाता है. रीड चाहते हैं कि उनके अन्य ड्रैग फ्लिकर उप कप्तान अमित रोहिदास, वरुण कुमार और नीलम संजीप जेस अपने कप्तान के साथ जिम्मेदारी साझा करें.
रीड ने शुक्रवार को राउरकेला में स्पेन के खिलाफ भारतीय हॉकी टीम के विश्व कप में पहले मुकाबले से पूर्व पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘अगर मैं कहूं कि उस पर (हरमनप्रीत) दबाव नहीं है तो यह झूठ होगा. हमने अपने वैरिएशन पर काफी काम किया है और सुनिश्चित करेंगे कि हरमनप्रीत के ऊपर से कुछ दबाव कम कर पाएं. अमित, वरुण और नीलम के रूप में टीम में अन्य ड्रैगफ्लिकर हैं और उन्हें बोझ साझा करना होगा.’
क्या ओलिंपिक की तरह वर्ल्ड कप में मेडल आएंगे
आठ बार के स्वर्ण पदक विजेता भारत ने 41 साल बाद टोक्यो में कांस्य पदक के रूप में ओलिंपिक पदक जीता जिसके बाद मेजबान टीम से उम्मीद की जा रही है कि वह 1975 में स्वर्ण पदक के बाद विश्व कप में एक बार फिर पोडियम पर जगह बनाएगी. टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के दौरान भारतीय टीम का मार्गदर्शन करने वाले ऑस्ट्रेलिया के कोच रीड आधुनिक हॉकी की जरूरतों को समझते हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने अपने प्रशिक्षण में मुख्य रूप से परिदृश्यों पर ध्यान केंद्रित किया, क्या होगा यदि हम 0-1 से पीछे हैं, क्या होगा यदि हम 10 खिलाड़ियों के साथ खेल रहे हैं, क्या होगा यदि वे अपने गोलकीपर को हटा दें. इस प्रकार के परिदृश्य महत्वपूर्ण हैं जिनसे हमें निपटना है.’
भुवनेश्वर और राउरकेला द्वारा 13 से 29 जनवरी तक संयुक्त रूप से आयोजित किए जाने वाले विश्व कप से उनकी वास्तविक उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर, भारतीय कोच ने कहा, ‘मैं हमेशा कहता हूं कि हमें परिणाम पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए. भारत एक राष्ट्र के रूप में हमेशा नतीजों पर ध्यान केंद्रित करता है. यह एक पुरानी कहावत है कि पहला मैच सबसे महत्वपूर्ण होता है इसलिए हम केवल उस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और फिर आगे के बारे में सोचेंगे. कोच के रूप में मेरा काम उनका ध्यान केंद्रित रखना है और फिर परिणाम मिलेंगे.’
रीड ने कहा, ‘लेकिन ओलिंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने के बाद भारत जैसे हॉकी देश के लिए विश्व कप पदक जीतना शानदार होगा.’ भारत को स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स के साथ कठिन पूल डी में रखा गया है. भारत शुक्रवार को स्पेन के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा.
Advertisement