IND vs AUS : जो रूट को पछाड़ शतक से आगे निकले ख्वाजा तो पत्नी का आया मैसेज, 'चंद लफ्जों' से कही दिल की बात
भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) का दबदबा रहा.
Advertisement
Advertisement
भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) का दबदबा रहा. ख्वाजा ने पहले दिन भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया और अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ डाला. ख्वाजा को पहले दिन के अंत तक कोई भी भारतीय गेंदबाज आउट नहीं कर सका और 251 गेंदों पर 15 चौके से ख्वाजा ने नाबाद रहते हुए 104 रनों की पारी खेली. इस तरह ख्वाजा ने जैसे ही शतक पूरा किया. उसके बाद चारों तरफ से उन्हें बधाई मिलने का सिलसिला शुरू हो गया. जिस कड़ी में ख्वाजा की पत्नी ने भी चंद लफ्जों में सोशल मीडिया पर दिल की बात कह डाली.
अहमदाबाद टेस्ट मैच के पहले दिन टीम इंडिया के गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के सिर्फ चार विकेट ही गिरा सके पर उसने पहले दिन के अंत तक 4 विकेट पर 255 रन बना लिए थे. जिसमें ख्वाजा 104 रन तो उनके साथ कैमरन ग्रीन 49 रन बनाकर टिके हुए हैं. इसी बीच ख्वाजा का भारतीय सरजमीं पर शतक ख़ास रहा और उन्होंने कई कीर्तिमान अपने नाम किए. जिसमें उन्होंने एक मामले में इंग्लैंड के जो रूट को भी पीछे छोड़ दिया है.
रूट से आगे निकले ख्वाजा
ख्वाजा के टेस्ट क्रिकेट करियर का जहां ये 14वां शतक था. वहीं जनवरी साल 2022 के बाद से ख्वाजा का ये 6वां टेस्ट शतक था. इस तरह शतक दर शतक जड़ने के मामले में उन्होंने इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो और जो रूट के बीच में जगह बना ली है. जनवरी 2022 के बाद से जॉनी ने केवल 19 टेस्ट पारियों में 6 शतक जड़ डाले हैं. जबकि इसके बाद अब ख्वाजा का नाम जुड़ गया है. ख्वाजा ने 28 टेस्ट पारियों में 6 शतक जड़ डाले. वहीं जो रूट को 6 टेस्ट शतक जड़ने के मामले में 31 टेस्ट पारियां खेलनी पड़ी थी.
इस तरह एशिया में शतक जड़ने वाले ख्वाजा पर उनकी पत्नी रेचल ख्वाजा ने सोशल मीडिया पर दिल की बात कह डाली. ख्वाजा की पत्नी ने ट्विटर पर ज्यादा लंबा नहीं बल्कि चंद लफ्जों में दिल की बात कहते हुए लिखा कि मुझे तुम पर गर्व है.
एशिया में ख्वाजा की वापसी
ख्वाजा के एशिया में रिकॉर्ड की बात करें तो 6 साल पहले पांच टेस्ट मैचों में 15 के औसत से ही बल्लेबाजी कर सके थे. जिसके बाद कहा जाने लगा था कि ख्वाजा की बल्लेबाजी एशियाई पिचों के लायक नहीं है. हालांकि ख्वाजा ने हार नहीं मानी और वापसी करते हुए अगले 11 टेस्ट मैचों में करीब 75 की औसत से रन बनाकर अपना दमखम दिखा डाला है.
ये भी पढ़ें :-
Advertisement