Gautam Gambhir: 'लोगों को विराट कोहली के बारे में कुछ पता ही नहीं', गौतम गंभीर ने फिर दिया पूर्व कप्तान के बारे में बड़ा बयान
Gautam Gambhir: विराट कोहली और मेरी दोस्ती से कई लोगों को दिक्कत हुई. लेकिन मुझे लगता है कि किसी को भी हमारे बीच में आने का हक नहीं है. हम दो लोग काफी ज्यादा मैच्योर हैं.
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Gautam Gambhir: गंभीर ने कहा कि विराट के साथ दोस्ती पर लोगों को दिक्कत हो रही है
Gautam Gambhir: गंभीर ने बताया कि विराट ने सही कहा था कि लोगों को मसाला चाहिए
भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े नाम विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच अक्सर लड़ाई होती रहती है. लेकिन कुछ समय पहले ही दोनों की वापस में दोस्ती हुई है. विराट कोहली की स्ट्राइक रेट पर पिछले कुछ समय से सवाल उठ रहे हैं जिसको लेकर अब केकेआर के मेंटोर गौतम गंभीर ने बड़ा बयान दिया है. गौतम गंभीर ने कहा है कि चाहे कुछ भी हो कोहली की स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाना गलत है. कोहली मैक्सवेल और मैक्सवेल कोहली नहीं बन सकते. लेकिन इस बीच अब गंभीर ने विराट के साथ अपनी दोस्ती पर भी बड़ा बयान दिया है. गंभीर और विराट के बीच उस वक्त लड़ाई हुई थी जब गंभीर लखनऊ के मेंटोर थे. लेकिन अब केकेआर के खिलाफ मैच के दौरान दोनों को गले मिलते देखा गया. गंभीर इस सीजन में केकेआर के मेंटोर बन चुके हैं.
किसी को हमारे बीच में आने का हक नहीं: गंभीर
बता दें कि जैसे ही गंभीर और विराट एक दूसरे से गले मिले कई मीडिया हाउस और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने इसपर सवाल उठाया. ऐसे में अब गौतम गंभीर ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है और ये बताया है कि इसके चलते कई लोगों को दिक्कतें हुईं और उन्हें टीआरपी नहीं मिली. स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में गंभीर ने कहा कि फैंस को दो लोगों की निजी जिंदगी में दखल नहीं देना चाहिए क्योंकि ये पर्सनल मैटर है और सबको अपने काम से काम रखना चाहिए.
गंभीर ने आगे कहा कि मैं विराट का इस मामले में बिल्कुल समर्थन करता हूं कि लोगों को हमारी दोस्ती से मसाला नहीं मिला. इसलिए सब इसे और ज्यादा बड़ा बना रहे हैं. गंभीर ने ये भी बताया कि जब दो लोग मैच्योर होते हैं तब किसी और को बीच में आने का हक नहीं है. सबकुछ इन दो लोगों के बीच में ही होता है.
बता दें कि पिछले कुछ समय से विराट कोहली की स्ट्राइक रेट पर भी सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में गंभीर ने इसपर अपनी बात रखी है. गंभीर ने कहा कि हर खिलाड़ी का अपना अलग गेम होता है. मैक्सवेल अलग खेलते हैं. विराट अलग खेलते हैं. विराट मैक्सवेल नहीं बन सकते और मैक्सवेल विराट नहीं बन सकते. आपकी स्ट्राइक रेट ज्यादा है और टीम हार जाए तो क्या फायदा. इसलिए स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाना सही नहीं है.
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