क्रिस गेल ने मयंक अग्रवाल को बाहर करने पर पंजाब किंग्स को कोसा, कहा- उसके साथ ठीक नहीं किया
टी20 के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक क्रिस गेल अपनी पूर्व टीम पंजाब किंग्स के पिछले साल के कप्तान मयंक अग्रवाल को रिलीज किए जाने के तरीके से काफी निराश थे.
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Thu - 22 Dec 2022
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टी20 के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक क्रिस गेल अपनी पूर्व टीम पंजाब किंग्स के पिछले साल के कप्तान मयंक अग्रवाल को रिलीज किए जाने के तरीके से काफी निराश थे. उन्होंने कहा कि फ्रेंचाइजी में हास्यास्पद स्तर तक ‘बाहर करके बदलाव’ करने की प्रवृति है. मयंक ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बीच में शीर्ष बल्लेबाजी क्रम में जॉनी बेयरस्टो को शामिल करने के लिये अपने सलामी बल्लेबाज स्थान का त्याग कर दिया और अब आईपीएल की नीलामी से पहले पंजाब किंग्स ने उन्हें रिलीज कर दिया.
मयंक टीम के लिये लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं, वह पिछले सत्र में उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके और 13 मैचों में 196 रन ही बना सके थे. पंजाब की टीम लगातार चौथे सत्र में छठे स्थान पर रही. अभी तक टीम आईपीएल का खिताब नहीं जीत सकी है जबकि 2014 में वह एक बार फाइनल में भी पहुंची थी. गेल ने पीटीआई से कहा कि फ्रेंचाइजी ने मयंक के साथ सही व्यवहार नहीं किया और उन्हें उम्मीद है कि शुक्रवार (23 दिसंबर) को होने वाली नीलामी में इस बल्लेबाज को अच्छी राशि में खरीदा जाएगा.
मयंक को सराहा
गेल ने आईपीएल नीलामी से पहले ‘जियो सिनेमा’ की ओर से कराई गई इस बातचीत में कहा, ‘मयंक को निश्चित रूप से खरीदा जाएगा. अगर ऐसा नहीं होता है तो मुझे बहुत निराशा होगी. क्योंकि वह इतना आक्रामक खिलाड़ी है. वह पंजाब द्वारा रिटेन नहीं कराए जाने से खुद अंदर से काफी हताश होगा क्योंकि उसने फ्रेंचाइजी के लिये काफी त्याग किया था और अब उससे इस तरह का व्यवहार करना निराशाजनक है लेकिन मुझे उम्मीद है कि टीमें अब भी भरोसा करती हैं और उसे अच्छी राशि मिलेगी. वह बेहतरीन टीम मैन भी है.’
बताया क्या गलती कर रहा है पंजाब
क्रिस गेल ने आईपीएल में केकेआर की तरफ से खेलना शुरू किया फिर आरसीबी में खेले. यहां उन्होंने सबसे अच्छा खेल दिखाया. फिर वे पंजाब किंग्स का हिस्सा बने. गेल का कहना है कि प्लेइंग इलेवन में लगातार बदलावों के चलते साल दर साल पंजाब नाकाम रहा है. उन्होंने कहा, ’वे लगातार बदलाव करते हैं और यह अजीब है. आप लगातार बदलाव करते हैं और खिलाड़ियों को हटाते हैं. जीतने पर भी उनकी प्लेइंग इलेवन तय नहीं होती है. कभीकभार वे सेम टीम रखते हैं लेकिन खिलाड़ी वहां आरामदायक नहीं होते हैं.’
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