बंगाल की रणजी टीम मंगलवार (3 जनवरी) को जब देहरादून में ‘अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी स्टेडियम’ में उत्तराखंड के खिलाफ मैच के लिए उतरेगी तो सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन अपने नाम के स्टेडियम में खेलते दिखेंगे. अभिमन्यु के पिता रंगनाथन परमेश्वरन ईश्वरन के क्रिकेट को लेकर जूनून का यह नतीजा है, जिन्होंने 2005 में देहरादून में एक बड़ी जमीन खरीदी और फर्स्ट क्लास क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए अपनी जेब से बहुत बड़ी रकम खर्च की. अब जब उनका बेटा भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने के करीब है तो इसी मैदान में रणजी ट्रॉफी मैच खेलने जा रहा है.
संन्यास के बाद दिग्गज क्रिकेटरों के नाम पर स्टेडियम का नामकरण कोई नई बात नहीं है लेकिन ऐसे ज्यादा उदाहरण नहीं हैं जहां देश के लिए नहीं खेलने पर भी किसी सक्रिय फर्स्ट क्लास क्रिकेटर के नाम पर क्रिकेट स्टेडियम हो. एंटीगा में विव रिचर्ड्स मैदान, तरौबा (त्रिनिडाड और टोबैगो) में ब्रायन लारा स्टेडियम या ब्रिस्बेन में एलन बॉर्डर मैदान का नामकरण दिग्गजों के शानदार करियर के खत्म होने के बाद हुआ. इस मामले में अभिमन्यु का ‘अभिमन्यु स्टेडियम’ में खेलना वास्तव में पिता और पुत्र दोनों के लिए एक विशेष मौका है. इस दर्शनीय मैदान में फ्लड लाइट्स (दूधिया रोशनी) भी हैं. इस मैदान में पिछले कुछ सालों से बीसीसीआई अपने मैच करा रहा है. इसमें बहुत सारे घरेलू मैच (सीनियर, जूनियर, महिला और आयु-वर्ग) आयोजित किए जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले कभी भी स्टेडियम के मालिक ने खुद फर्स्ट क्लास का कोई मैच नहीं खेला है.