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Paris Olympics 2024: ओलिंपिक खेल सबसे पहले इस साल टीवी पर दिखाए गए, जानिए कब रंगीन तस्वीरों में हुई लाइव कवरेज
1936 बर्लिन ओलिंपिक्स टीवी पर दिखाए जाने वाला पहला खेल इवेंट है. तब इनका प्रसारण जर्मनी के अंदर चुनिंदा जगहों पर हुआ था जिनमें खेल गांव शामिल था.
फ्रांस की राजधानी पेरिस में 2024 ओलिंपिक्स खेल होने हैं. ये खेल मूल रूप से ग्रीस में खेले जाते थे और 1896 में पहली बार इंटरनेशनल ओलिंपिक कमिटी के तहत इन खेलों का आयोजन हुआ. लेकिन टीवी पर ओलिंपिक खेलों को दिखने में लंबा वक्त लगा. समर ओलिंपिक्स से पहले विंटर ओलिंपिक्स का प्रसारण इंटरनेशनल स्तर पर सबसे पहले हुआ. ऐसा 1956 में इटली विंटर ओलिंपिक्स के जरिए हुआ और ये इंटरनेशनल स्तर पर दिखाए गए पहले ओलिंपिक खेल बने. इन खेलों को ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, फ्रांस, डेनमार्क जैसे देशों में देखा गया. हालांकि 1936 बर्लिन ओलिंपिक्स भी टीवी पर दिखाए गए थे लेकिन इन्हें केवल स्थानीय दर्शकों यानी जर्मनी में ही देखा गया.
बर्लिन गेम्स का प्रसारण ब्लैक एंड व्हाइट टीवी के जरिए ओलिंपिक गांव में ठहरे खिलाड़ियों और बर्लिन व पॉट्सडेम में 25 स्पेशल कमरों के जरिए लोगों तक हुआ. यह पहली बार था जब किसी खेल इवेंट को लोगों ने टीवी पर देखा. इसके बाद तो एक क्रांति सी आ गई. हालांकि आगे के सालों में द्वितीय विश्व युद्ध की वजह से ओलिंपिक्स प्रभावित हुए. लेकिन 1960 रोम ओलिंपिक ने टीवी क्रांति को काफी आगे पहुंचा दिया. तब पहली बार पूरे यूरोप में ओलिंपिक खेलों का प्रसारण हुआ. इसके चार साल बाद 1964 टोक्यो ओलिंपिक्स को पूरी दुनिया में लाइव प्रसारण के जरिए देखा गया. यह पहले खेल बने जिन्हें पूरी दुनिया में लाइव देखा गया.
1972 विंटर ओलिंपिक्स से रंगीन कवरेज शुरू
1968 में मैक्सिको में ओलिंपिक खेल हुए तो इसमें दर्शकों को रंगीन तस्वीरें देखने को मिली. हालांकि तब लाइव ब्रॉडकास्ट तो ब्लैक-व्हाइट में ही हुआ लेकिन कुछ तस्वीरें रंगों से भरी हुई दिखाई गई. 1972 सप्पोरो विंटर ओलिंपिक्स के जरिए पहली बार रंगीन लाइव कवरेज हुई. पूरी दुनिया में लोगों ने इन खेलों को रंगों में देखा. 1984 ओलिंपिक्स के जरिए टीवी कवरेज में डिजिटल वीडियो और सुपर स्लो मोशन का इजाफा भी हो गया.
आज ओलिंपिक खेलों के प्रसारण से आईओसी मोटा पैसा कमाती है. भारत के हिसाब से देखा जाए तो यहां पर वायकॉम18 के पास ब्रॉडकास्टिंग राइट्स हैं. बताया जाता है कि इसके लिए 150 से 200 करोड़ रुपये के बीच खर्च किए गए हैं. आईओसी ओलिंपिक खेलों के लिए हर देश या रीजन के हिसाब से राइट्स देती है. भारत की तरह ही ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अमेरिका के राइट्स अलग-अलग बेचे जाते हैं.
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