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एशियन गेम्स से पहले भारतीय जूडो में डोपिंग स्कैंडल, 5 खिलाड़ियों पर लग सकता है 4 साल का बैन, जानें अब किसे मिलेगा मौका

एशियन गेम्स से पहले भारत को बड़ा झटका लगा है. जूडो को 5 खिलाड़ी डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए हैं.

एशियन गेम्स से पहले भारतीय जूडो में डोपिंग स्कैंडल, 5 खिलाड़ियों पर लग सकता है 4 साल का बैन, जानें अब किसे मिलेगा मौका
authorSportsTak
Tue, 04 Jul 03:15 PM

एक और डोपिंग स्कैंडल ने भारतीय खेलों को हिलाकर रख दिया है. आनेवाले एशियन गेम्स में हिस्सा लेने जा रहे जूडो (Judo) के 5 खिलाड़ी ड्रग टेस्ट में फेल हो गए हैं. बैन किए जा चुके इन खिलाड़ियों पर परफॉर्मेंस एंहांसिंग सब्सटांस लेने का आरोप लगा है. और इन सभी को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है. दिल्ली और भोपाल में मौजूद नाडा ऑफिशियल्स ने इन्हें पॉजिटिव पाया है. इन सभी को अब नाडा ने सस्पेंड कर दिया है. वहीं एशियन गेम्स इवेंट से भी इन जूडो खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है. एशियन गेम्स चीन में 23 सिंतबर से 8 अक्टूबर के बीच होने वाले हैं.

 

इन 5 खिलाड़ियों के नाम आए सामने


जिन खिलाड़ियों को पॉजिटिव पाया गया है. उसमें मोहसिन गुलाब अली (60 किलो), हर्षदीप सिंह बरार (81 किलो), राहुल सेवता (81 किलो), अक्षय (66 किलो) और एक और खिलाड़ी है जो इसमें शामिल है, हालांकि इस खिलाड़ी का नाम बाहर नहीं आ पाया है. इसमें अली, बरार और सेवता के यूरीन सैंपल को भोपाल में हुए नेशनल कैंप के दौरान ही ले लिया गया था. ये सबकुछ 27 मई को हुआ था. जबकि अक्षय और अज्ञात जूडो खिलाड़ी का टेस्ट 4 अप्रैल को सेलेक्शन ट्रायल्स के दौरान हुआ था.

 

कौन हैं ये 5 खिलाड़ी


बता दें कि मोहसिन गुलाब अली ने आखिरी बार एशियन जूनियर चैंपियनशिप यानी की साल 2018 में 60 किलो कैटेगरी में दूसरा पायदान हासिल किया था. जबकि हर्षदीप सिंह बरार, राहुल सेवता, अक्षय सिंह और एक और जूडो खिलाड़ी साल 2018 जकार्ता एशियन गेम्स में टीम के सदस्य रह चुके हैं.

 

लग सकता है 4 साल का बैन


अगर सभी खिलाड़ियों पर आरोप सही साबित होते हैं तो इनपर 4 साल का बैन लग सकता है. हालांकि सभी को खुद को साबित करने का मौका दिया जाएगा. इन सभी को नाडा के एंटी डोपिंग डिसिप्लिनरी पैनल के सामने खुद को पेश करना होगा. सूत्रों की मानें तो अली ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ साजिश हुई है और इस मुद्दे को एडीडीपी के पास लेकर जाएंगे. इसको लेकर उन्होंने जूडो फेडरेशन ऑफ इंडिया को पहले ही जानकारी दे दी है. इन खिलाड़ियों में दो खिलाड़ी ऐसे थे जिनकी रिपोर्ट आ चुकी थी लेकिन तब तक वो तजाकिस्तान के दुशांबे ग्रां प्री में हिस्सा ले चुके थे.

 

इन खिलाड़ियों के बदले किसे मिलेगा मौका


ये सभी जूडोका खिलाड़ी तीन वेट कैटेगरी में हिस्सा लेते थे. लेकिन अब इनके न रहने से अक्टूबर में होने वाले एशियन गेम्स में जगह खाली ही रहेंगे. एक कोच ने कहा कि, एक कैटेगरी में दोनों पहले और दूसरे प्लेस पर आने वाले जूडोका को सस्पेंड कर दिया गया है. इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन, स्पोर्टिंग ऑथिरिटी ऑफ इंडिया और जूडो फेडरेशन ऑफ इंडिया को अगर आखिरी मिनट में कोई एथलीट्स मिलते हैं तो ठीक वरना भारत फिर इन कैटेगरी में हिस्सा नहीं ले पाएगा. बता दें कि अगर ये एथलीट्स बी सैंपल के लिए भी अप्लाई करते हैं तो इसमें समय लगेगा. ऐसे में ये साफ हो चुका है कि ये सभी अब एशियन गेम्स से बाहर हैं.

 

सिंगल इवेंट के अलावा इन एथलीट्स के नाम मिक्स्ड इवेंट्स में भी थे. मिक्स्ड टीम में पुरुष में -73 किलो, -90 किलो और +90 किलो शामिल है. जबकि महिला एथलीट्स में -58 किलो, -70 किलो और +70 किलो शामिल है. ऐसे में अगर एक सिंगल खिलाड़ी डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाया जाता है तो इससे उसका असर मिक्स्ड इवेंट पर भी पड़ता है. यानी की एक नहीं इन खिलाड़ियों ने भारत के लिए दो दो इवेंट खराब किए हैं.

 

एशियन गेम्स में जूडो खिलाड़ियों का ट्रैक रिकॉर्ड


भारत ने अब तक इस खेल में सिर्फ 5 मेडल ही जीते हैं और सभी मेडल्स ब्रॉन्ज हैं. ये सभी भारत को एशियन गेम्स में मिले हैं. भारत ने अपना सबसे पहला मेडल साल 1986 के एशियन गेम्स में पाया था. उस दौरान कावस बिलीमोरिया, संदीप बयाला, शयाम सिंह गुजर्र और बन्नू सिंह ने अपने अपने कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल्स जीते थे. भारत ने आखिरी बार साल 1994 में हिरोशिमा एशियन गेम्स में आखिरी बार कोई मेडल जीता था. उस दौरान पूनम चोपड़ा ने 56 किलो लाइववेट कैटेगरी में अपने नाम ब्रॉन्ज मेडल किया था. 

 

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