icon

बड़ी खबर: विनेश फोगाट वजन मामले पर पीटी उषा का चौंकाने वाला बयान, कहा- मेडिकल टीम को मत ठहराओ जिम्मेदार, ये तो कोच और खिलाड़ी...

पीटी उषा ने विनेश फोगाट मामले में बड़ा बयान दिया है और कहा है कि इस मामले के लिए मेडिकल टीम जिम्मेदार नहीं है. वजन के लिए कोच और एथलीट जिम्मेदार है.

अस्पताल में विनेश फोगाट से मिलतीं पीटी उषा
authorNeeraj Singh
Mon, 12 Aug 12:15 AM

विनेश फोगाट के वजन मापने के विवाद की आलोचना करते हुए भारतीय ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने रविवार को साफ किया कि वजन को नियंत्रित करना एथलीट की जिम्मेदारी है और इसके मेडिकल दल, खासकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला पर हमला करना सही नहीं है." 29 साल की विनेश को सुबह के वजन मापने के दौरान 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फ्रीस्टाइल 50 किग्रा में स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिससे उनका ओलिंपिक सपना टूट गया और उन्हें संन्यास की घोषणा करनी पड़ी.

 

इस घटना ने आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया, जिससे संसद में भी हंगामा हुआ. ऐसे में कुछ वर्गों ने डॉ. पारदीवाला और उनकी टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया. पूर्व आईओए प्रमुख नरेंद्र बत्रा ने संकेत दिया कि उनके डिस्क्वालीफाई के पीछे उनका खाना भी हो सकता है. पीटी उषा ने एक बयान में कहा, "कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में एथलीटों के वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी हर एथलीट और उसके कोच की है, न कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की."

 

IOA मेडिकल टीम का पीटी उषा ने किया बचाव

 

पीटी उषा ने आगे कहा कि, "आईओए मेडिकल टीम, खासकर डॉ. पारदीवाला के प्रति घृणा अस्वीकार्य है और इसकी निंदा नहीं की जानी चाहिए." उन्होंने उम्मीद जताई कि आईओए मेडिकल टीम का न्याय करने वाले लोग "किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों पर विचार करेंगे". विनेश ने मंगलवार रात को अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया था. लेकिन, भाग लेने के बाद उनका वजन बढ़ गया और सभी उपायों के बावजूद, जिसमें विनेश के बाल काटना भी शामिल था, सुबह के वजन के दौरान उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया.

 

उषा ने कहा, "पेरिस 2024 ओलिंपिक खेलों में प्रत्येक भारतीय एथलीट के पास इस तरह के खेल में अपनी स्वयं की सहायता टीम थी. ये सहायता टीमें कई वर्षों से एथलीटों के साथ काम कर रही हैं." "आईओए ने कुछ महीने पहले एक मेडिकल टीम नियुक्त की थी, मुख्य रूप से एक ऐसी टीम के रूप में जो एथलीटों की प्रतियोगिता के दौरान और बाद में उनकी रिकवरी और चोट प्रबंधन में सहायता करेगी. इस टीम को उन एथलीटों की सहायता के लिए भी डिज़ाइन किया गया था जिनके पास पोषण विशेषज्ञों और फिजियोथेरेपिस्टों की अपनी टीम नहीं थी." विनेश ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की है, जिसमें मांग की गई है कि उन्हें क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज़ के साथ संयुक्त रजत पदक दिया जाए, जो भारतीय से हार गई थी, लेकिन बाद में हरियाणा की पहलवान के अयोग्य होने के बाद फाइनल में पहुंच गई थी. अमेरिकी सारा हिल्डेब्रांट ने खिताबी मुकाबले में लोपेज़ को हराकर स्वर्ण पदक जीता. विनेश की अपील पर फैसला 13 अगस्त को आने की उम्मीद है.

 

ये भी पढ़ें:

Paris Olympic : नीरज चोपड़ा की मां के बयान पर अरशद नदीम ने तोड़ी चुप्पी, कहा - उन्होंने मेरे लिए...

Paris Olympic, Hockey : अमित रोहिदास का रेड कार्ड मिलने के बाद दिल का दर्द आया बहर, कहा - रात भर सो नहीं सका और…

Paris Olympic : जानिए कौन है सिफन हसन, जिन्होंने 42.2 किलोमीटर की मैराथन में सिर्फ 3 सेकेंड से गोल्ड जीत रचा इतिहास, 72 साल बाद ओलिंपिक में हुआ ऐसा

लोकप्रिय पोस्ट