icon

Paralympics 2024: सुमित अंतिल ने भारत को दिलाया सोना, जैवलिन थ्रो में अपना ही रिकॉर्ड दो बार तोड़ा, भारत के नाम 14 पदक

सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत को एक और गोल्ड मेडल दिला दिया है. उन्होंने दूसरे थ्रो में 70.59 मीटर थ्रो के साथ नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया. सुमित बैक टू बैक दो गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.

गोल्ड जीतने के बाद तिरंगे के साथ सुमित अंतिल
authorNeeraj Singh
Mon, 02 Sep 11:53 PM

भारत के सुमित अंतिल ने सोमवार को पुरुषों की भाला फेंक F64 फाइनल के दौरान दो बार अपना ही पैरालिंपिक रिकॉर्ड तोड़ भारत को सोना दिला दिया. सुमित ने फाइनल में अपना पिछला टोक्यो का रिकॉर्ड 69.11 मीटर थ्रो के साथ तोड़ा. सुमित फाइनल में अलग फॉर्म में नजर आ रहे थे. वो जैसे ही भाला फेंक रहे थे जश्न मनाने लग रहे थे. ऐसे में सुमित ने इसी दौरान जादुई आंकड़े को छुआ जिसने नया रिकॉर्ड बना दिया. इस गोल्ड मेडल के साथ भारत ने 14 पदक पक्के कर लिए हैं. सुमित पहले ऐसे पैरालिंपिक एथलीट बन गए हैं जिन्होंने बैक टू बैक गोल्ड जीता है.

 

इसके बाद सुमित ने एक बार फिर रिकॉर्ड तोड़ दिया, जब उन्होंने फ़ाइनल में अपने दूसरे थ्रो के साथ 70.59 मीटर के थ्रो के साथ 70 मीटर का आंकड़ा पार किया और बाकी प्रतियोगियों पर अच्छी बढ़त हासिल की. ​​सुमित का तीसरा थ्रो 66.66 मीटर था. चौथा थ्रो गलत था लेकिन इसके बावजूद बढ़त पूरी तरह से भारतीय के पक्ष में थी.

 

 

 

सुमित ने तोड़ा पैरालिंपिक रिकॉर्ड


पांचवें थ्रो में सुमित ने 69.04 मीटर की दूरी तय की और श्रीलंका के दुलन कोडिथुवाक्कू के जरिए अंतर कम करने के बावजूद बढ़त बनाए रखी. सुमित का अंतिम थ्रो 66.57 मीटर था, लेकिन दूसरा थ्रो उनके लिए स्वर्ण पदक जीतने के लिए पर्याप्त था. भारतीय स्टार का पिछला रिकॉर्ड 68.55 मीटर था, जिसने उन्हें टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक हासिल करने में मदद की थी.

 

पैरालिंपिक 2024 की शुरुआत से पहले, सुमित ने कहा था कि उनका लक्ष्य 75 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण जीतना और 73.29 मीटर के अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़ना है, जो उन्होंने 2023 में एशियाई खेलों के दौरान हासिल किया था. उन्होंने यह भी कहा था कि वह इस बार अपने खुद के रिकॉर्ड को बेहतर बनाने का लक्ष्य बना रहे हैं और तकनीक में बदलाव किए बिना अपनी ताकत बढ़ाने पर कड़ी मेहनत की है.

 

सुमित ने कहा था कि "मेरा लक्ष्य 80 मीटर की दूरी हासिल करना है, लेकिन पेरिस पैरालिंपिक में मैं 75 मीटर की कोशिश के साथ स्वर्ण जीतने की कोशिश करूंगा." अभ्यास के दौरान मेरे थ्रो काफी परफेक्ट रहे हैं. मैंने तकनीक में बदलाव किए बिना अपनी ताकत बढ़ाने पर कड़ी मेहनत की है. मैं अपने पिछले रिकॉर्ड को बेहतर बनाने की कोशिश करूंगा.''

 

बता दें कि भारत ने इस स्पर्धा में लगभग दो पदक जीत लिए थे जिसमें संदीप (F44 श्रेणी) ने अपने तीसरी कोशिश में 62.80 मीटर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ इवेंट में चौथा स्थान हासिल किया. इस इवेंट में भाग लेने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी संदीप संजय सरगर थे और वे 58.03 मीटर के थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहे.

 

ये भी पढ़ें:

दलीप ट्रॉफी से ठीक पहले ऋषभ पंत का धमाका, खूब उड़ाए चौके- छक्के, VIDEO वायरल

वीरेंद्र सहवाग नहीं बनना चाहते टीम इंडिया का कोच, कहा- इससे अच्छा तो मैं आईपीएल टीम को कोचिंग दूं

लोकप्रिय पोस्ट