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T20 वर्ल्ड कप में क्या टीम इंडिया के मेंटोर बन सकते हैं युवराज सिंह? खुद दिया ये बड़ा संकेत

पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने संकेत दिया कि वह भारतीय क्रिकेट टीम को आने वाली चुनौतियों के लिए मानसिक रूप से तैयार करने के लिए भविष्य में ‘मेंटोर’ की भूमिका निभाना पसंद करेंगे.

युवराज सिंह
authorSportsTak
Sat, 13 Jan 08:36 PM

आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 (T20 World Cup 2024) के लिए टीम इंडिया इन दिनों अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में व्यस्त है. पहले टी20 में जीत हासिल करने के बाद अब टीम इंडिया दूसरे टी20 में जीत दर्ज करके सीरीज पर कब्जा जमाना चाहेगी. जबकि इसके बाद टीम इंडिया के खिलाड़ी आईपीएल के आगामी 2024 सीजन में खेलते नजर आएंगे. जिसको लेकर भारत के लिए साल 2007 टी20 वर्ल्ड कप और साल 2011 वनडे वर्ल्ड कप में चैंपियन बनने वाले पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने बड़ा बयान दे डाला है. युवराज सिंह ने संकेत दिया कि वह भारतीय क्रिकेट टीम को आने वाली चुनौतियों के लिए मानसिक रूप से तैयार करने के लिए भविष्य में ‘मेंटोर’ की भूमिका निभाना पसंद करेंगे.

 

युवराज सिंह ने क्या कहा ?


टीम इंडिया ने पिछली बार साल 2013 में आईसीसी ट्रॉफी जीती थी. इसके बाद से लेकर अभी तक टीम इंडिया कोई भी आईसीसी ट्रॉफी हासिल नहीं कर सकी है. जिसके बारे में युवराज ने कोलकाता में ‘युवराज सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के उद्घाटन के दौरान कहा कि हमने कई फाइनल खेले लेकिन एक भी नहीं जीत सके. साल 2017 के फाइनल का मैं हिस्सा था लेकिन पाकिस्तान से फाइनल में हार गए. अगले कुछ सालों में हमें निश्चित तौरपर इसमें काम करना होगा. मेरे विचार से जब कोई बड़ा मैच आता है तो हम शारीरिक रूप से तैयार होते हैं लेकिन मानसिक रूप से कोई चीज मिसिंग होती है. जिसमें मजबूत होने की जरूरत है.

 

बड़े मैच क्यों हारती है टीम इंडिया ?


युवराज सिंह ने आगे कहा कि मेरे विचार से युवा खिलाड़ियों को इसके लिए प्रेरित करना होगा और उन्हें सिखाना होगा कि बड़े मैच के दबाव से कैसे निपटना होता है. कैसे दबाव के साथ अपना बेस्ट खेल दिखाना होता है. हमारे पास बड़े मैच के लिए कुछ खिलाड़ी होते हैं तो दबाव में खेल सकते हैं लेकिन पूरी टीम ऐसा नहीं कर पाती है.

 

मेंटोर बनने को तैयार युवराज 


युवराज ने अंत में मेंटोर के रोल को लेकर कहा कि भविष्य में जब मेरे बच्चे बड़े हो जाएंगे तब मैं क्रिकेट में वापस आना चाहूंगा और युवाओं को बेहतर बनाने के लिए उनकी मदद भी करूंगा. मेरे ख्याल से बड़े मैच में बस हम मानसिक रूप से मात खा रहे हैं. मैं भविष्य में इन खिलाड़ियों के साथ मेंटोर के तौरपर काम करना पसंद करूंगा. 

 

 

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