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'कप्तानी ऐसे बांटी गई जैसे मिठाई बंट रही हो', इन 5 वजहों से बीसीसीआई ने चेतन शर्मा और उनके साथियों को हटाया

भारतीय क्रिकेट टीम के टी20 विश्व कप नहीं जीत पाने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने 18 नवंबर को कड़ी कार्रवाई करते हुए चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चार सदस्यीय राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर दिया.

'कप्तानी ऐसे बांटी गई जैसे मिठाई बंट रही हो', इन 5 वजहों से बीसीसीआई ने चेतन शर्मा और उनके साथियों को हटाया
SportsTak - Sat, 19 Nov 09:04 AM

भारतीय क्रिकेट टीम के टी20 विश्व कप नहीं जीत पाने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने 18 नवंबर को कड़ी कार्रवाई करते हुए चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चार सदस्यीय राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर दिया. चेतन के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम 2021 में खेले गए टी20 विश्वकप के नॉकआउट चरण में नहीं पहुंच पाई थी. इसके अलावा वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी हार गई थी. इस बार के टी20 वर्ल्ड कप में भी टीम सेमीफाइनल से बाहर हो गई. बीसीसीआई ने नई चयन समिति के लिए आवेदन मंगा लिए हैं. आवेदन करने की अंतिम तारीख 28 नवंबर है.

 

लेकिन क्या वजहें रही जिनकी वजह से बीसीसीआई ने टीम इंडिया के पूरे सेलेक्शन पैनल को ही बर्खास्त कर दिया. स्पोर्ट्स तक को मिली जानकारी के अनुसार, कई कारणों के चलते बोर्ड ने यह कदम उठाया. इसमें खराब प्रदर्शन, टीम सेलेक्शन में अनियमितता और कप्तानी में लगातार बदलाव सेलेक्शन कमिटी को हटाए जाने के मुख्य कारण रहे. टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार के बाद बोर्ड नाराज था और लगभग तय था कि बोर्ड गंभीर कदम उठाएगा.

 

क्यों हुई सेलेक्शन पैनल की छुट्टी?

सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार, 'टीम सेलेक्शन में नियमित नहीं रहना चयनकर्ताओं को हटाने की एक वजह थी. चाहे एशिया कप हो या वर्ल्ड कप या कोई बड़ी सीरीज वे सही टीम चुने पाने में नाकाम रहे. टीम मैनेजमेंट के साथ मिलकर खिलाड़ियों के चयन पर निर्णायक फैसला नहीं लिया गया. कई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी नहीं चुने गए. इस टीम में शिखर धवन को हमेशा दूसरे विकल्प के तौर पर आजमाया गया. वे 2023 वर्ल्ड कप तक 38 साल के हो जाएंगे लेकिन उनके भविष्य पर कोई फैसला नहीं लिया गया.'

 

कप्तानी ऐसे बांटी जैसे मिठाई हो!

सूत्र ने स्पोर्ट्स तक को आगे बताया, 'कप्तानी ऐसे बांटी गई जैसे मिठाई बंट रही हो. एक साल के अंदर टीम इंडिया के आठ कप्तान बनाए गए. वर्कलोड मैनेजमेंट को मजाक बना दिया गया. सेलेक्शन पैनल को हटाने जाने में यह भी मुख्य वजह रही.  सेलेक्टर्स अपने कार्यकाल के दौरान केएल राहुल की भूमिका को लेकर भी स्पष्ट नहीं थे. उन्हें आठ महीने बाहर रहने के बाद भी सीधे भारतीय टीम में चुन लिया गया,  साथ ही टीम इंडिया को लगातार दो टी20 वर्ल्ड कप में 10-10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. ऐसा पहली बार हुआ. बोर्ड के लिए इस तरह की हार बर्दाश्त से बाहर थी.'

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