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Paris Olympics 2024: ओलिंपिक खेलों के इतिहास में किस खिलाड़ी ने जीते हैं सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल? जानिए टॉप 10 में कौन-कौन शामिल

ओलंपिक खेलों के किसी इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल करना उस खेल की सर्वोच्च उपलब्धि मानी जाती है. गोल्ड मेडल को एक खिलाड़ी या खिलाड़ी के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जाता है.

माइकल फेल्प्स अमेरिकी तैराक
authorSportsTak
Sun, 04 Aug 12:06 PM

ओलंपिक खेलों के किसी इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल करना उस खेल की सर्वोच्च उपलब्धि मानी जाती है. गोल्ड मेडल को एक खिलाड़ी या खिलाड़ी के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जाता है. पेरिस ओलिंपिक 2024 में फ्रांसीसी तैराक लियोन मार्चैंड ने अबतक सबसे ज्यादा 4 गोल्ड हासिल किए हैं. लेकिन कई एथलीट ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने करियर में गोल्ड मेडल्स की लाइन लगा कर रख दी है. उन्होंने अकेले अपने करियर में इतने मेडल हासिल किए हैं जितने किसी देश ने भी नहीं किए होंगे. तो चलिए आपको एक बार ओलिंपिक इतिहास में  10 सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने वाले नामों के बारे में बताते हैं.

 

माइकल फ़ेल्प्स

 

ओलंपिक इतिहास में माइकल फ़ेल्प्स जैसा प्रभावशाली एथलीट पहले कभी नहीं देखा गया. अपने पहले ओलंपिक मुक़ाबले से ही फ़ेल्प्स लगातार टेबल में टॉप पर रहे हैं. उन्होंने 2004 में एथेंस से लेकर 2016 में रियो तक गोल्ड मेडल जीते हैं. उन्होंने एथेंस में छह गोल्ड मेडल जीते थे. फेल्प्स ने बीजिंग में आठ, लंदन में चार और रियो में पांच गोल्ड मेडल जीते थे. ओलंपिक में सबसे अधिक 28 पदक जीतने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है.

 

लैरिसा लैटिन

 

सोवियत संघ की लैरिसा लैटिन ने 1956 से 1964 के बीच जिमनास्टिक की दुनिया में धूम मचा दी थी. उन्होंने अपने करियर में नौ गोल्ड मेडल जीते थे. सोवियत संघ की जिमनास्ट ने मेलबर्न में अपने पहले ओलंपिक में नौ गोल्ड मेडल जीते. आज भी उनका नाम सबसे ज़्यादा सम्मानित महिला ओलंपियन और सबसे ज़्यादा सम्मानित जिमनास्ट में लिया जाता है.

 

पावो नूरमी

 

लंबी दूरी के धावकों के लिए फिनलैंड की पावो नूरमी एक बेंचमार्क हैं. उन्हें ‘फैंटम फिन’के नाम से भी जाना जाता है. नूरमी ने अपने करियर में तीन ओलंपिक में भाग लिया था जहां पर उन्होंने 9 गोल्ड मेडल हासिल किए. दुनिया ने उनका दबदबा 1924 के पेरिस ओलंपिक में देखा था. जब उन्होंने अपने सभी पांच इवेंट्स में जीत हासिल की. ​​उन्होंने टोटल 18 मेडल जीते थे.

 

मार्क स्पिट्ज

 

साल 1972 का म्यूनिख ओलंपिक मार्क स्पिट्ज के लिए जाना जाता है. उन्होंने एक ही ओलंपिक में 7 गोल्ड मेडल के साथ सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल का रिकॉर्ड तोड़ा था. मार्क स्पिट्ज ने अपने करियर के दौरान टोटल 9 गोल्ड मेडल हासिल किए थे. स्पिट्ज ने व्यक्तिगत 100 और 200 मीटर फ़्रीस्टाइल और 100 और 200 मीटर बटरफ़्लाई स्पर्धाएं जीतीं थीं. स्पिट्ज ने 1968 के मैक्सिको सिटी ओलंपिक में रिले रेस में दो गोल्ड जीते थे. उन्होंने 1972 में म्यूनिख में अपनी ब्रेकआउट प्रतियोगिता से पहले 4x100 मीटर फ़्रीस्टाइल और 4x200 मीटर फ़्रीस्टाइल इवेंट्स में भी बाजी मारी.

 

कार्ल लुईस

 

अमेरिकी एथलीट कार्ल लुईस ट्रैक और फील्ड में एक लीजेंड हैं. उन्होंने अपने ओलिंपिक करियर में टोटल 9 गोल्ड हासिल किए थे. अपने पहले ओलंपिक में ही लुईस ने सभी चार इवेंट्स में बाजी मारी थी. लॉस एंजिल्स ओलंपिक में लुईस ने 100 मीटर, 200 मीटर, 4x100 मीटर रिले और फील्ड इवेंट लॉन्ग जंप में जीत हासिल की थी.

 

बिरगिट फिशर

 

जर्मनी के बिरगिट फिशर भी 8 ओलिंपिक गोल्ड के साथ इस लिस्ट का हिस्सा हैं. वह 1980-2004 तक 24 वर्षों की अवधि के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं.  ईस्ट जर्मनी का प्रतिनिधित्व करते हुए बिरगिट ने तीन गोल्ड मेडल जीते थे. उनकाएक गोल्ड 1980 में मास्को में आया था, जबकि दो 1988 में सियोल में आए थे. जर्मनी के एक होने के बाद वह लगातार बेहतर होती गई और 1992-2004 तक पांच और गोल्ड मेडल जीते.

 

सावाओ काटो

 

जापान के सावाओ काटो ने अपने देश के लिए 8 ओलिंपिक गोल्ड हासिल किए थे. वह जिम्नास्टिक युग के शुरुआती एथलीट और प्रमुख नामों में से एक थे. काटो को ओलंपिक में पहली सफलता उनके भाई ताकेशी के साथ मिली जब दोनों ने 1968 के ओलंपिक खेलों में टीम इवेंट में गोल्ड जीता. उन्होंने उस जीत के बाद फ़्लोर और ऑल-अराउंड इवेंट में भी पहला स्थान हासिल किया. काटो ने इसके बाद म्यूनिख में भी अपना दबदबा बनाया. 1976 के मॉन्ट्रियल खेलों तक आते-आते उनके गोल्ड मेडल्स की संख्या बढ़कर आठ हो गई.

 

जेनी थॉम्पसन

 

अमेरिकी स्वीमर जेनी थॉम्पसन ने 1992-2004 तक आठ गोल्ड मेडल जीते थे. उनके सभी आठ पदक रिले में आए. अमेरिकी खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप के दौरान भी पूल में धमाल मचाती थीं, लेकिन ओलंपिक के इंडीविजुअल इवेंट्स में थॉम्पसन के लिए उस प्रदर्शन को दोहराना मुश्किल हुआ करता था.

 

मैट बियोन्डी

 

मार्क स्पिट्ज के बाद और माइकल फेल्प्स से पहले अमेरिकी तैराकी में मैट बियोन्डी का नाम हुआ करता था. उन्हें लोग ‘कैलिफोर्निया कोंडोर’के नाम से जानते थे. बियोन्डी ने 1984 से 1992 तक ओलंपिक पूल में धूम मचाई और इस प्रक्रिया में कई विश्व रिकॉर्ड तोड़े. अपने करियर के दौरान उन्होंने 8 गोल्ड मेडल हासिल किए. बियोन्डी ने लॉस एंजिल्स संस्करण में 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल इवेंट में अपना पहला गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने 50 मीटर और 100 मीटर फ्रीस्टाइल में जीत हासिल की और टीम यूएसए के साथ रिले इवेंट्स में तीन और गोल्ड जीते. बियोन्डी ने बार्सिलोना में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा और रिले स्पर्धाओं में दो गोल्ड जीते. उन्होंने लॉस एंजिल्स से बार्सिलोना तक लगातार तीन 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल इवेंट्स में बाजी मारी.

 

उसैन बोल्ट

 

उसैन बोल्ट जमैका दिग्गज एथलीट हैं. उन्होंने अपने ओलिंपिक करियर में 8 गोल्ड जीते थे. उन्होंने 100 मीटर और 200 मीटर इवेंट्स में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए दो गोल्ड जीते. उन्होंने 4x100 मीटर रिले इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था. बोल्ट ने लंदन में भी अपनी सफलता जारी रखी, जहां उन्होंने फिर से तीन इवेंट्स अपने नाम किए. फिर 2016 में रियो ओलंपिक में भी उनका दबदबा रहा. आठ गोल्ड के साथ उसैन बोल्ट दुनिया के सबसे सफल शॉर्ट डिस्टेंस स्प्रिंटर्स में से एक हैं. 

 

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