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साल 2011 के बाद क्यों टीम इंडिया नहीं जीत सकी एक भी वर्ल्ड कप, गंभीर ने बताई सबसे बड़ी गलती

महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी वाली टीम इंडिया (Team India) ने साल 2011 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था.

साल 2011 के बाद क्यों टीम इंडिया नहीं जीत सकी एक भी वर्ल्ड कप, गंभीर ने बताई सबसे बड़ी गलती
SportsTak - Thu, 05 Jan 03:39 PM

महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी वाली टीम इंडिया (Team India) ने साल 2011 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था. जिसमें धोनी की टीम इंडिया के प्रमुख सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर भी टीम इंडिया का हिस्सा थे. इसके बाद से लेकर अभी तक टीम इंडिया ना तो वनडे वर्ल्ड कप बल्कि टी20 वर्ल्ड कप पर भी कब्जा नहीं जमा सकी है. ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बताया कि क्यों टीम इंडिया अभी तक एक भी वर्ल्ड कप पर कब्जा नहीं जमा सकी है.

 

भारत ने गंवाए कई बड़े मौके 
गौरतलब है कि साल 2011 वर्ल्ड कप के बाद धोनी की ही कप्तानी में टीम इंडिया ने साल 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था. मगर इसके बाद विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया एक भी बार आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल मुकाबला भारत हार गया. इसके अलावा साल 2014 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021 का फाइनल मुकाबला भी भारत हार गया था. इस तरह भारत के आईसीसी ट्रॉफी ना जीत पाने की प्रमुख वजह गंभीर ने वर्कलोड मैनेजमेंट को बताया और कहा कि यही टीम मैनेजमेंट की सबसे बड़ी गलती है.

 

टी20 से ले सकते हैं ब्रेक 
साल 2023 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के लिए भारत की तैयारी के बारे में गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के रोड टू वर्ल्ड कप शो पर कहा, "जब भी हम नई चीजों की या दृष्टिकोण की बात करते हैं तो सबसे पहले आपको अपने कोर खिलाड़ियों की पहचान करनी होगी. उसमें जो भी खिलाड़ी तीनों फॉर्मेट खेल रहे हैं तो वर्ल्ड कप तक वह एक भी वनडे मैच मिस ना करे और अधिक वर्कलोड लग रहा है तो वह टी20 से ब्रेक ले सकते हैं लेकिन वनडे से ब्रेक नहीं लेना चाहिए."

 

गंभीर ने आगे कहा, "मेरे हिसाब से टीम इंडिया को पिछले दो वर्ल्ड कप में जिस तरह से हार मिली है. उसमें सबसे बड़ी गलती यही है कि सभी खिलाड़ी वर्कलोड के चलते एक साथ पर्याप्त तरीके से क्रिकेट नहीं खेले. मुझे नहीं याद है कि कितनी बार एक बेस्ट प्लेइंग इलेवन खेली है. सीधे वर्ल्ड कप के दौरान हमने अपनी बेस्ट प्लेइंग इलेवन खिलाने का फैसला किया और वह भी बेस्ट प्लेइंग इलेवन नहीं थी."

 

आईपीएल भी छोड़ सकते हैं 
बता दें कि वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते कई बार सीनियर खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप देखते हुए आराम दिया जाता रहा है. इसी पर गंभीर ने प्रहार करते हुए आगे कहा कि मेरे विचार से अगर कोई तीन फॉर्मेट खेलने वाला खिलाड़ी ब्रेक लेना चाहता है तो वह टी20 या फिर आईपीएल से भी ब्रेक ले सकता है. अगर खिलाड़ी के ब्रेक लेने से फ्रेंचाइजी को नुकसान होता है तो उसकी चिंता नहीं करना चाहिए. आईपीएल अगले साल फिर से आ जाएगा. वर्ल्ड कप चार साल में एक बार होता है. इसलिए मुझे लगता है कि आईपीएल जीतने से कहीं अधिक वर्ल्ड कप जीतना है.

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