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Women's Asia Cup: श्रीलंका का उलटफेर, पहली बार जीता एशिया कप, 7 बार के चैंपियन भारत को फाइनल में 8 विकेट से धोया

भारतीय टीम दूसरी बार महिला एशिया कप के फाइनल में हारी है. सात बार की विजेता टीम इससे पहले 2018 में खिताबी मुकाबले में हारी थी तब बांग्लादेश जीता था.

चामरी अटापट्टू ने महिला एशिया कप 2024 में जबरदस्त बैटिंग से श्रीलंका को विजेता बनाया.
authorShakti Shekhawat
Sun, 28 Jul 06:20 PM

श्रीलंका ने भारत को चौंकाते हुए महिला एशिया कप 2024 का खिताब जीत लिया. दाम्बुला में खेले गए फाइनल में श्रीलंका ने भारतीय टीम को आठ विकेट से हराकर पहली बार यह टूर्नामेंट जीता. कप्तान चामरी अटापट्टू (61) और हर्षिता समरविक्रमा (69) की जबरदस्त बैटिंग के जरिए मेजबान टीम ने 166 रन के लक्ष्य को 18.4 ओवर में केवल दो विकेट गंवाकर हासिल कर लिया. भारत ने पहले बैटिंग करते हुए छह विकेट पर 165 रन का स्कोर बनाया था. उसकी तरफ से स्मृति मांधना ने 60 रन की शानदार पारी खेली लेकिन बाकी बल्लेबाजों ने निराश किया. भारत दूसरी बार महिला एशिया कप के फाइनल में हारा है. सात बार की विजेता टीम इससे पहले 2018 में खिताबी मुकाबले में हारी थी. श्रीलंका ने पांच बार खिताबी मुकाबला गंवाने के बाद पहली बार फाइनल में जीत का स्वाद चखा.

 

भारत की कप्तानी हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी और मांधना व शेफाली वर्मा ने जोरदार शुरुआत की. दोनों ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े. कविशा दिल्हारी ने शेफाली (16) को एलबीडब्ल्यू कर भारत को पहला झटका दिया, उमा चेत्री (9) और हरमनप्रीत (11) भी ज्यादा कुछ नहीं कर सकी. लेकिन मांधना एक छोर पर डटी रहीं. उन्होंने स्कोरकार्ड को चलाए रखा. जेमिमा रॉड्रिग्स (29) ने तीन चौकों व एक छक्के से तेजी से रन जुटाए लेकिन वह रन आउट हो गईं. मांधना ने 36 गेंदों में 26वीं टी20 इंटरनेशनल फिफ्टी बनाई. वह आखिरी ओवर्स में तेजी से रन जुटाने की कोशिश में आउट हुईं. 

 

विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष (30) ने चार चौकों व एक छक्के से ताबड़तोड़ अंदाज में रन जुटाते हुए भारत को 165 के स्कोर तक पहुंचाया. श्रीलंका ने छह गेंदबाज आजमाए और इनमें दिलहारी सबसे कामयाब रही. उन्होंने 36 रन देकर दो विकेट लिए. उनके अलावा उदेशिका प्रबोधिनी, सचिनी निसंसला और अटापट्टू को एक-एक कामयाबी मिली.

 

श्रीलंका की धमाकेदार बैटिंग

 

मेजबान श्रीलंका ने दूसरे ही ओवर में विश्मी गुणारत्ने (1) का विकेट गंवा दिया. लेकिन कप्तान अटाप्टटू और समरविक्रमा ने मिलकर पलटवार किया. इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए तेजी से 93 रन की साझेदारी की. इससे श्रीलंका हावी हो गया. अटापट्टू ने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए चार मैचों में तीसरी बार 50 रन का आंकड़ा पार किया. 43 गेंद में नौ चौकों व दो छक्के से 61 रन की पारी खेलने के बाद वह दीप्ति शर्मा की गेंद पर बोल्ड हुईं. इसके बाद भी भारतीय बॉलर्स वापसी नहीं कर सकीं. समरविक्रमा ने कविशा दिलहारी के साथ मिलकर बाकी के रन जुटाए और टीम को पहली बार चैंपियन बना दिया. भारत ने इस मुकाबले में काफी खराब फील्डिंग की. कुछ आसान कैच छोड़े तो ग्राउंड फील्डिंग में भी खिलाड़ियों ने निराश किया. 

 

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