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रवि शास्त्री इंग्लैंड में विराट कोहली को दोबारा बनाना चाहते थे भारत का टेस्ट कप्तान, बोले- मैं बोर्ड से सिफारिश करता

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि साल 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ इकलौते टेस्ट में विराट कोहली को कप्तानी नहीं दिए जाने पर उन्हें हैरानी हुई.

रवि शास्त्री इंग्लैंड में विराट कोहली को दोबारा बनाना चाहते थे भारत का टेस्ट कप्तान, बोले- मैं बोर्ड से सिफारिश करता
authorSportsTak
Fri, 28 Apr 08:44 PM

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि साल 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ इकलौते टेस्ट में विराट कोहली को कप्तानी नहीं दिए जाने पर उन्हें हैरानी हुई. यह टेस्ट 2021 की पांच टेस्ट की सीरीज का हिस्सा था जो कोरोना के चलते सालभर देरी से खेला गया था. इस टेस्ट में रोहित शर्मा कोरोना वायरस के चलते नहीं खेल पाए थे. तब जसप्रीत बुमराह को कप्तानी दी गई थी. इस टेस्ट के आने तक विराट कोहली ने भारत की कप्तानी छोड़ दी थी. उन्होंने 2021-22 के साउथ अफ्रीका दौरे के बाद कप्तानी को अलविदा कह दिया था. रवि शास्त्री का कहना है कि अगर वे होते तो उस टेस्ट के लिए कोहली को ही कप्तान बनने को कहते.

 

ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ बातचीत में शास्त्री ने कहा, 'मुझे लगा कि वह (कोहली) कप्तानी करेगा. एक बार जब रोहित चोटिल (कोविड-10 संक्रमण) हो गया तब मैंने सोचा कि उससे कहा जाएगा. यदि मैं वहां होता तो मैं ऐसा करता. मुझे भरोसा है कि राहुल (द्रविड़) ने भी ऐसा ही किया होगा. मुझे नहीं पता मैंने उनसे बात नहीं की लेकिन मैं बोर्ड से सिफारिश करता कि उसे कप्तानी देना सही रहेगा क्योंकि सीरीज में टीम को 2-1 से आगे करते समय वही मुखिया था. और वह शायद खिलाड़ियों से बेस्ट प्रदर्शन करा लेता.'

 

जब उनसे पूछा गया कि अगर कोहली उस एक टेस्ट के लिए आपत्ति जताते तो शास्त्री ने कहा, 'बिलकुल नहीं. अपने देश का नेतृत्व करना सम्मान की बात है. इस तरह की परिस्थितियों में मजबूती से कदम रखने चाहिए. आपका नियमित कप्तान चोटिल है, वह टीम का हिस्सा नहीं है जिस तरह की चीजें दांव पर थी... इंग्लैंड को इंग्लैंड में हराना... आप 2-1 से आगे हो. कितनी टीमों ने विदेश में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को एक ही साल में हराया है.' भारत एजबेस्टन में खेले गए टेस्ट को हार गया था. इसके चलते सीरीज 2-2 से बराबरी पर छूटी थी.

 

रहाणे के सेलेक्शन को ठहराया सही


शास्त्री ने 2014 से 2021 के बीच सात में से छह सालों के लिए भारतीय टीम को कोचिंग दी. उनका कहना है कि श्रेयस अय्यर के पीठ के निचले हिस्से में ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर’ के कारण बाहर होने के बाद अजिंक्य रहाणे का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना तय था.  उन्होंने उन लोगों पर कटाक्ष किया जिन्हें लगता है कि आईपीएल में तीन बेहतरीन पारियां खेलने से रहाणे को भारतीय टीम के लिए चुना गया. शास्त्री ने कहा, ‘ऐसे लोग शायद छुट्टी पर होंगे जब रहाणे ने घरेलू सत्र में 600 (रणजी ट्रॉफी) से अधिक रन बनाए.’

 

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