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इस टीम का क्रिकेट कोच हुआ गिरफ्तार, नाबालिग लड़कियों के साथ करता था यौन शोषण, 6 महिला क्रिकेटरों ने किया केस

केरल के क्रिकेट कोच मनु को गिरफ्तार कर लिया गया है. कोच पर ट्रेनिंग सेशन के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. कोच पहले भी गिरफ्तार हो चुका है.

केरल क्रिकेट कोच मनु
authorNeeraj Singh
Fri, 05 Jul 09:31 PM

केरल क्रिकेट एसोसिएशन के एक पूर्व क्रिकेट कोच पर ट्रेनिंग सेशन के दौरान महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है और इसी आरोप में पुलिस ने उन्हें तिरुवनंतपुरम में गिरफ्तार किया है. संदिग्ध मनु पर कोच के रूप में अपने पद और शक्ति का दुरुपयोग करके क्रिकेट कोचिंग की आड़ में यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, मनु ने तेनकासी में ट्रेनिंग सेशन का लाभ उठाकर अपने छात्रों का शोषण किया. आरोपों के अनुसार, उसने नाबालिग लड़कियों की बिना कपड़ों के गुप्त रूप से तस्वीरें खींचीं और दावा किया कि क्रिकेट चयन के लिए उनके शरीर का मूल्यांकन करना जरूरी है.

 

POCSO के तहत की गई गिरफ्तारी

 

KCA के पिंक टूर्नामेंट के बाद एक पीड़िता के सामने आने के बाद पहली शिकायत दर्ज की गई और जांच शुरू हुई. उसके बाद से पांच अन्य पीड़िताओं ने मनु के खिलाफ आरोप लगाए हैं. यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम के तहत, तिरुवनंतपुरम छावनी पुलिस ने तुरंत मामले दर्ज किए. सूत्रों के अनुसार, मनु एक दशक से अधिक समय से तिरुवनंतपुरम में क्रिकेट कोच है. उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है और उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया, लेकिन बाद में शिकायतकर्ता ने अपना बयान वापस ले लिए थे जिसके चलते उसे दोषी नहीं पाया गया. इसके बावजूद, उसने एसोसिएशन के लिए काम करना जारी रखा और बच्चों की सुरक्षा के लिए निगरानी और उपायों के बारे में चिंता व्यक्त करता गया. लेकिन किसी को ये भनक नहीं लगी कि जो इस तरह की बातें करता है वही अंत में मुजरिम निकलेगा.

 

क्या बोले जिला क्रिकेट संघ के सचिव

 

हाल ही में गिरफ़्तारी के बाद, अधिकारियों ने मनु के दो मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं. पुलिस के पास फिलहाल यही सबूत हैं. जिला क्रिकेट संघ के सचिव राजिथ राजेंद्रन ने मातृभूमि समाचार से कहा, "जिला क्रिकेट संघ मनु के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली लड़कियों को पूरा समर्थन देगा."

 

उन्होंने आगे कहा कि"मनु से जुड़ा एक पिछला मामला था, जिसमें शिकायतकर्ता के जरिए अपना बयान बदलने के बाद उसे बरी कर दिया गया था. उस मामले के दौरान, सभी बच्चों से पूछताछ की गई थी थी. लेकिन सभी बच्चों ने मनु के समर्थन में गवाही दी.'' उन्होंने स्पष्ट किया कि एसोसिएशन ने तेनकासी टूर्नामेंट को मंजूरी नहीं दी थी. बच्चों, उनके माता-पिता और उनके कोच ने संयुक्त रूप से तेनकासी में भाग लेने का फैसला किया क्योंकि लड़कियों के क्रिकेट टूर्नामेंट ज्यादा नहीं होते हैं. राजेंद्रन ने यह भी बताया कि मनु ने अप्रैल के मध्य में इस्तीफा दे दिया था और नई शिकायत उसके बाद ही सामने आई.
 

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