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Jonny Bairstow Stumping से छिड़ी महाभारत, ब्रिटिश-ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुबानी जंग में कूदे, इंग्लिश कोच ने दी चेतावनी, तीसरे टेस्ट में सुरक्षा बढ़ी

Jonny Bairstow Stumping Controversy: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (England vs Australia Test) के बीच Ashes 2023 के दौरान प्रतिद्वंद्विता अलग ही मुकाम पर पहुंच गई है.

Jonny Bairstow Stumping से छिड़ी महाभारत, ब्रिटिश-ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुबानी जंग में कूदे, इंग्लिश कोच ने दी चेतावनी, तीसरे टेस्ट में सुरक्षा बढ़ी
authorSportsTak
Tue, 04 Jul 04:38 PM

Jonny Bairstow Stumping Controversy: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (England vs Australia Test) के बीच Ashes 2023 के दौरान प्रतिद्वंद्विता अलग ही मुकाम पर पहुंच गई है. लॉर्ड्स टेस्ट में जॉनी बेयरस्टो को स्टंपिंग किए जाने से इंग्लिश टीम का खेमा बुरी तरह बौखला गया और उसकी तरफ से लगातार इस घटना को गलत कहा जा रहा है. ऑस्ट्रेलियाई कैंप का कहना है कि उसने जो कुछ भी किया वह नियमों के दायरे में रहकर किया. दोनों देशों के प्रधानमंत्री भी स्टंपिंग विवाद भी कूद पड़े और अपनी-अपनी टीमों का बचाव कर रहे हैं. इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मैक्कलम (Brendon McCullum) का कहना है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को अब बेयरस्टो की स्टंपिंग के दाग के जीना पड़ेगा और सीरीज में बाकी बचे मैचों के दौरान हालात काफी अलग होंगे. इंग्लिश टीम अलग तरह के जोश के साथ मैदान में उतरेगी. इस बीच हेडिंग्ले में तीसरे टेस्ट से पहले सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यह मैदान विपक्षी टीमों के लिए इंग्लैंड में सबसे मुश्किल रहता है और इंग्लिश फैंस यहां पर अलग ही तरह का माहौल बना देते हैं.

 

क्या है बेयरस्टो की स्टंपिंग का मामला


लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड की टीम पांच विकेट गंवा चुकी थी और उसे 178 रन की दरकार थी. कप्तान बेन स्टोक्स और बेयरस्टो क्रीज पर थे. तब कैमरन ग्रीन की एक बाउंसर पर बेयरस्टो नीचे झुके और गेंद को विकेटकीपर एलेक्स कैरी के पास जाने दिया. फिर उन्होंने क्रीज को जूते से स्क्रेच किया और बाहर चले गए. इस दौरान पीछे कैरी ने गेंद को लपका और बिना रुके स्टंप्स बिखेर दिए. ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर्स ने आउट की अपील की. मैदानी अंपायर्स ने मामले को टीवी अंपायर के पास भेजा. यहां कई रिप्ले देखने के बाद बेयरस्टो को आउट दिया गया. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ माहौल तनावभरा हो गया. इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने इस घटना की खूब आलोचना की. मैदान में 'सेम ऑल्ड ऑजी, ऑलवेज चीटिंग' के नारे फैंस ने लगाए. यह मैच इंग्लैंड 43 रन से हार गया था.

 

इसके बाद से स्टंपिंग के जायज या नाजायज होने की बहस छिड़ी हुई है. इंग्लैंड के क्रिकेटर्स के अलावा बाकी सब लोगों का कहना है कि यह घटना नियमों के तहत है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ब्रेड हॉग ने भी इस मामले में इंग्लिश टीम का समर्थन किया. वहीं इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर मार्क बूचर ने बेयरस्टो को जिम्मेदार ठहराया और ऑस्ट्रेलिया के विकेट लेने के तरीके को सही माना है. इस घटना के बाद बेयरस्टो, मैक्कलम और इंग्लिश टीम के कुछ पुराने वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें इसी तरह से विकेट लेने के मामले दिखाई देते हैं.

 

ब्रॉड और मैक्कलम के ताजा हमले


बेयरस्टो की स्टंपिंग पर इंग्लिश गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने ब्रिटिश अखबार डेलीमेल में अपने लेख में ऑस्ट्रेलिया पर तीखे तंज कसे. उन्होंने 2018 में गेंद से छेड़छाड़ के मामले को उठाते हुए कहा कि तब से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में कुछ नहीं बदला है. ऑस्ट्रेलियाई टीम में एक भी खिलाड़ी का इस तरह से विकेट लेने पर सवाल खड़े नहीं करना हैरान करता है. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ जो भी बूइंग हो रही थी या होगी उस सबके जिम्मेदार पैट कमिंस हैं.

 

इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मैक्कलम ने मीडिया से बातचीत में इस मसले पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि बेयरस्टो की स्टंपिंग ने सीरीज की दशा बदल दी है. अभी तक सीरीज अच्छी भावना से खेली जा रही थी लेकिन अब इस पर असर पड़ेगा. अब आगे जो भी मैच होंगे उनमें ऑस्ट्रेलिया का सामना एक अलग इंग्लिश टीम से होगा. उन्होंने कहा, 'उन्होंने (ऑस्ट्रेलिया) इस तरह से खेलना चुना और अब उन्हें इसके साथ जीना होगा. हम अलग तरह से खेलते लेकिन यही जीवन है. ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट जीता अच्छी बात है लेकिन शर्म की बात है कि जब दुनियाभर के लाखों लोग देख रहे, लॉर्ड्स पूरा भरा हुआ था और सभी की नज़रें सीरीज पर थी तब जिस बारे में सबसे ज्यादा बात होगी तो वह (बेयरस्टो का) विकेट होगा और यह निराशाजनक है.'

 

 

ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों ने क्या कहा


इस मामले में ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के रिएक्शन भी आए हैं. ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के प्रवक्ता की ओर से कहा गया, 'पीएम ने बेन स्टोक्स से सहमति जताई है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया जीता है उस तरह से वह मैच नहीं जीतना चाहते.' प्रवक्ता से पूछा गया कि क्या ऑस्ट्रेलिया ने खेल भावना से उलट काम किया है तो उनका जवाब हां में था. इंग्लैंड के कप्तान स्टोक्स ने मैच के बाद कहा था कि वे ऑस्ट्रेलिया के तरीके के हिसाब से जीतना पसंद नहीं करते. अगर वह उनकी (ऑस्ट्रेलिया) जगह होते तो आउट करने की अपील वापस ले लेते.

 

ब्रिटिश प्रधानमंत्री की तरफ से रिएक्शन आने के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने भी जवाब दिया. उन्होंने सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड से कहा, 'शायद उन्होंने वह सबक नहीं सीखे जो मैंने प्राइमरी स्कूल में सीखे थे: अपनी क्रीज में रहिए. उम्मीद करता हूं आप ठीक होंगे पीएम.' उन्होंने इस मामले में ट्वीट भी किया. इसमें लिखा, 'मुझे अपनी महिला और पुरुष क्रिकेट टीमों पर गर्व है जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज के पहले दो मैच जीते हैं. वही पुराने ऑस्ट्रेलियाई-हमेशा जीतने वाले. ऑस्ट्रेलिया एलिसा हीली, पैट कमिंस और उनकी टीमों के साथ हैं और उनके विजेता बनकर लौटने पर स्वागत को तैयार है.'

 

हेडिंग्ले टेस्ट के लिए बढ़ाई गई सुरक्षा


इस बीच हेडिंग्ले में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है. लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट के दौरान जस्ट स्टॉप ऑइल ग्रुप के प्रदर्शनकारियों की तरफ से मैच में दखल दिए जाने के बाद यॉर्कशर काउंटी क्लब ने नए सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं जो तेजी से भागने में समर्थ हैं. इन पर किसी भी प्रदर्शनकारी को अंदर घुसने से रोकने और पिच तक नहीं पहुंचने देने का जिम्मा रहेगा. हेडिंग्ले में ऑस्ट्रेलियाई टीम को इंग्लिश फैंस का गुस्सा भी झेलना होगा. इस वजह से भी सुरक्षा चौकस की जाएगी. स्टोक्स ने पिछले दिनों कहा था कि ऑस्ट्रेलिया की मुश्किलें फैंस की बयानबाजियों के चलते बढ़ सकती है. लॉर्ड्स में भी दर्शकों ने ऑस्ट्रेलियाई फील्डर्स के खिलाफ चीटर-चीटर के नारे लगाए थे. 
 

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