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वो कोई मुरली या वॉर्न नहीं हैं...केविन पीटरसन का भारतीय स्पिनरों पर हमला, कहा- मैंने की है पिटाई, अंग्रेजों को दिया जीत का मंत्र

Kevin Pietersen: केविन पीटरसन ने कहा कि साल 2012 सीरीज में वो अश्विन की गेंदों को समझ गए थे और उन्होंने इस गेंदबाज की जमकर पिटाई की थी. इस दौरान उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई थी.

केविन पीटरसन को साल 2012 में रवींद्र जडेजा और आर अश्विन तंग नहीं कर पाए थे
authorNeeraj Singh
Sun, 21 Jan 03:33 PM

Kevin Pietersen: साल 2013 से टीम इंडिया ने घर पर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज नहीं गंवाई है. और इसके पीछे जिन दो गेंदबजों का सबसे अहम योगदान रहा है वो आर अश्विन (R Ashwin) और रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) हैं. साल 2012 टेस्ट में इंग्लैंड (IND vs ENG) की टीम ने जीत हासिल की थी और इस दौरान टीम के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने अहम योगदान निभाया था. दूसरे टेस्ट की पहली पारी में इस बल्लेबाज ने 186 रन ठोके थे. ये पारी टीम के लिए मददगार साबित हुई थी और इंग्लैंड ने 2-1 से सीरीज पर कब्जा जमा लिया था. अब पीटरसन ने टीम इंडिया को जीत का मंत्र दिया है और भारतीय स्पिनरों की क्लास लगाई है.

 

माइकल एथर्टन के साथ इंटरव्यू के दौरान पीटरसन ने उस राज पर से खुलासा कर दिया कि उस दौरान उन्होंने आर अश्विन का कैसे सामना किया था. पूर्व बल्लेबाज ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को अहम सलाह दी और ये बताया कि वो अश्विन और जडेजा का सामना कैसे कर सकते हैं.

 

मैंने अश्विन की पिटाई की है


पीटरसन ने कहा कि भारतीय पिचों पर काफी ज्यादा बॉल घूमती है. ऐसे में टीम में अश्विन, जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव हैं. ऐसे में अगर आपको अश्विन को खेलना है तो उन्हें आपको ऑफ में अटैक करना होगा और दूसरा खेलना होगा. पीटरसन ने बताया कि मैंने अश्विन का दूसरा पहचान लिया था. वो अपने रनअप के दौरान गेंद को पीठ के पीछे ले जाते थे और मुझे लगता है कि अभी भी वो यही करते हैं. वो हमेशा गेंद को तैयार कर दौड़ते हैं और फिर दूसरा फेंकते हैं.  ऐसे में मुझे पता चल गया था कि वो कब दूसरा फेंकेंगे और फिर मैंने उन्हें ऑफ साइड में मारना शुरू कर दिया.

 

पीटरसन ने जडेजा को भी खतरा बताया. इसके अलावा उन्होंने अक्षर का भी नाम लिया. पीटरसन ने कहा कि मैंने जडेजा का काफी ज्यादा सामना किया. सबकुछ तकनीक पर निर्भर करता है. जडेजा कोई मुरली या वॉर्न नहीं हैं. वो लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं जो बॉल को स्लाइड करवाते हैं. अगर आपकी तकनीक अच्छी है तो आप गेंद को खेल लोगे. अगर आपके पांव अच्छी जगह हैं तो आपको फ्रंट फुट निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बस आपको LBW और बोल्ड होने से बचना होगा.

 

बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच 25 जनवरी से टेस्ट सीरीज की शुरुआत हो रही है. पहला टेस्ट 25 से हैदराबाद में खेला जाना है.  ये सीरीज WTC साइकिल के भीतर रहेगी और घर पर टीम इसके अंतर्गत पहली सीरीज खेलेगी.

 

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