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भाड़ में जाए भारत, कोई ठेका...एशिया कप को लेकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने उगला जहर

बीसीसीआई ने जैसे ही ये फैसला लिया कि टीम इंडिया एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी तो इसपर अब दोनों देशों के करेंट और पूर्व क्रिकेटर्स की प्रतिक्रिया आने लगी है. पिछले साल ये ऐलान हुआ था कि एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान में होगा. लेकिन बीसीसीआई सचिव जय शाह जो एशियन क्रिकेट काउंसिल के भी अध्यक्ष हैं, उन्होंने साफ कर दिया था कि भारत एशिया कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगा और इसके पीछे  सरकारी और राजनीतिक रिश्ते शामिल हैं. शाह और बोर्ड ने हाल ही में बहरीन में हुए एशिया कप मीटिंग में साफ कर दिया कि पाकिस्तान में एशिया कप नहीं होगा और कुछ महीनों के भीतर नए जगह का ऐलान कर दिया जाएगा.

भाड़ में जाए भारत, कोई ठेका...एशिया कप को लेकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने उगला जहर
SportsTak - Mon, 06 Feb 11:06 AM

बीसीसीआई ने जैसे ही ये फैसला लिया कि टीम इंडिया एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी तो इसपर अब दोनों देशों के करेंट और पूर्व क्रिकेटर्स की प्रतिक्रिया आने लगी है. पिछले साल ये ऐलान हुआ था कि एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान में होगा.  लेकिन बीसीसीआई सचिव जय शाह जो एशियन क्रिकेट काउंसिल के भी अध्यक्ष हैं, उन्होंने साफ कर दिया था कि भारत एशिया कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगा और इसके पीछे  सरकारी और राजनीतिक रिश्ते शामिल हैं. शाह और बोर्ड ने हाल ही में बहरीन में हुए एशिया कप मीटिंग में साफ कर दिया कि पाकिस्तान में एशिया कप नहीं होगा और कुछ महीनों के भीतर नए जगह का ऐलान कर दिया जाएगा.

 

भारत को क्रिकेट चलाना नहीं आता
हालांकि इस फैसले के बाद पाकिस्तान क्रिकेट को बड़ा झटका लगा है. पीसीबी के नए चीफ नजम सेठी ने धमकी देकर कहा कि, अगर भारत ऐसा करेगा तो पाकिस्तान भी इस साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए भारत नहीं जाएगा. लेकिन इन सबके बीच अब पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने जहर उगला है और कहा है कि, भारत को क्रिकेट चलाना नहीं आता है और इस मामले में आईसीसी को बीच में आना चाहिए.

 

भाड़ में जाए भारत
मियांदाद ने कहा कि, मैंने तो पहले ही कहा था कि, नहीं आना तो भाड़ में जाए भारत. हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. ये आईसीसी का काम है. अगर ये चीज आईसीसी कंट्रोल नहीं कर सकती तो फिर गवर्निंग बॉडी का क्या मतलब. आईसीसी का फिर कोई काम नहीं है. सभी देशों के लिए एक ही नियम होना चाहिए. अगर ऐसी टीमें नहीं आती हैं चाहे कितनी भी मजबूत हों तो हमने कोई ठेका नहीं लिया हुआ है. भारत होगा अपने लिए होगा हमारे लिए या दुनिया के लिए नहीं है. पाकिस्तान के लिए नहीं है. आओ खेलो, खेलते क्यों नहीं? भागते हैं.

 

बता दें कि भारत सरकार की तरफ से बीसीसीआई को पाकिस्तान जाने की परमिशन नहीं मिलेगी. ऐसे में सूत्रों की मानें तो एशिया कप के नए वेन्यू को लेकर एक महीने का और इंतजार हो सकता है. 

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