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IND vs NZ: भारत को पहले गेंदबाजी करनी चाहिए या बल्लेबाजी? फैंस को पसंद आएगी सुनील गावस्कर की बात, क्या रोहित करेंगे ऐसा

टीम इंडिया पहले सेमीफाइनल के लिए पूरी तरह तैयार है. इस बीच सुनील गावस्कर ने कहा है कि रोहित शर्मा टॉस जीतकर कोई भी फैसला लें. उनके लिए फायदा का सौदा साबित होगा.

वानखेड़े की पिच देखते हुए कप्तान रोहित शर्मा
authorSportsTak
Wed, 15 Nov 09:23 AM

भारत (Indian Cricket Team) 15 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में विश्व कप 2023 (World Cup 2023) के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है. हर किसी के मन में बड़ा सवाल यही है कि अगर भारत टॉस जीतता है तो वो पहले क्या करेगा. हालांकि पुराने नतीजों पर गौर करें तो टॉस जीतकर जिस टीम ने पहले बल्लेबाजी की है उसे जीत मिली. ऐसे में रोहित भी यही करेंगे. लेकिन अगर टीम इंडिया टॉस गंवाती है तो फिर क्या होगा. भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इस संबंध में रोहित शर्मा एंड कंपनी को सुनहरी सलाह दी है.

 

टॉस जीतकर भारत कर सकता है बल्लेबाजी


स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में, सुनील गावस्कर ने कहा है कि भारत के लिए यह बेहतर होगा कि वो टॉस जीतकर बाद में गेंदबाजी करे और पहले बल्लेबाजी करे. ऐसा इसलिए क्योंकि बाद में ओस टीम इंडिया के गेंदबाजों की मदद करेगी. दूसरी पारी में गेंदबाजी करने से टीम के तेज गेंदबाजों को फायदा मिलेगा और कुलदीप यादव बाद में गेंद को स्किड भी करवा सकते हैं.

 

गावस्कर ने कहा कि,  "अगर आपके पास भारत जैसा अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप पहले गेंदबाजी कर रहे हैं या बाद में. ऐसे में अगर आप दूसरी पारी में गेंदबाजी करते हैं तो ओस से आपको फायदा मिल सकता है और गेंद ऐसे में तेजी से विकेटकीपर के पास जाएगी. इससे टीम के तीन गेंदबाजों को मदद मिलेगी. वहीं कुलदीप यादव भी इससे फायदा उठा सकते हैं. इसलिए अगर टीम इंडिया डिफेंड करेगी तो मुझे लगता है कि इससे न्यूजीलैंड पर दबाव आएगा. भारत अगर 400 नहीं और 260, 270 भी बनाता है तो इससे कीवी टीम पर काफी दबाव होगा.

 

रोहित नहीं करेंगे अपने गेम में बदलाव

 

गावस्कर ने यह भी कहा कि, रोहित शर्मा अपना आक्रामक खेल नहीं बदलने वाले हैं. उनके अपनी निजी उपलब्धि या रिकॉर्ड से कोई फर्क नहीं पड़ता. गावस्कर ने कहा कि, मुझे नहीं लगता कि रोहित शर्मा अपने खेल में बदलाव करने जा रहे हैं क्योंकि उन्होंने इस पूरे टूर्नामेंट में इसी तरह खेला है. उन्हें किसी भी व्यक्तिगत उपलब्धि या मील के पत्थर की चिंता नहीं है. वह टीम को शानदार शुरुआत दिलाना चाहते हैं क्योंकि ऐसा करने से विपक्षी दबाव में आ जाती है और अपनी टीम को वह मंच मिल जाता है जहां से वे बाकी के 40 ओवरों का फायदा उठा सकते हैं. इसलिए पहले 8-10 ओवरों में रोहित गेंदबाजों पर जरूर धावा बोलने वाले है. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी से विपक्ष बैकफुट पर आ जाता है. वहीं उनके पास एक बहुत ही सक्षम साथी शुभमन गिल भी हैं जो रोहित की तरह ही बल्लेबाजी करते हैं.

 

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