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INDvsAUS WTC Final: भारत ने तीसरे दिन किया पलटवार, रहाणे-शार्दुल की बैटिंग के बाद गेंदबाजों ने दिखाया दम पर ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी

WTC Final 2023 के तीन दिन के खेल बाद ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 123 रन था. उसने भारत पर 296 रन की बढ़त बना रखी है.

INDvsAUS WTC Final: भारत ने तीसरे दिन किया पलटवार, रहाणे-शार्दुल की बैटिंग के बाद गेंदबाजों ने दिखाया दम पर ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी
authorSportsTak
Fri, 09 Jun 10:43 PM

ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 (World Test Championship Final 2023) के तीन दिन के खेल के बाद भारत (Indian Cricket Team) के खिलाफ 296 रन की बढ़त ले ली. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक मार्नस लाबुशेन (41) और कैमरन ग्रीन (7) नाबाद थे और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 123 रन था. मैच के तीसरे दिन भारत की तरफ से लड़ाई देखने को चली जिससे मैच अभी भी भारत की पहुंच में है. दूसरी पारी में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने संयमित और अनुशासित बॉलिंग की और कंगारू बल्लेबाजों को रन जुटाने के लिए मेहनत कराई. इससे पहले भारत की पहली पारी 296 रन तक चली. इसमें अजिंक्य रहाणे (89) और शार्दुल ठाकुर (51) की अर्धशतकीय पारियों का सबसे बड़ा योगदान रहा. इन दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी से भारत ने फॉलोऑन बचाया. हालांकि ऑस्ट्रेलिया 173 रन की बढ़त लेने में कामयाब रहा.

 

दूसरी पारी में भी ऑस्ट्रेलियाई सलामी जोड़ी भारत की गेंदबाजी के आगे फेल रही. चौथे ओवर में डेविड वॉर्नर चूक कर बैठे और मोहम्मद सिराज की गेंद पर बल्ला लगाकर कीपर के हाथों लपके गए. वे आठ गेंद में एक रन बना पाए. उस्मान ख्वाजा का सब्र उमेश यादव की गेंद पर टूटा और वे भी विकेट के पीछे लपके गए. उनकी पारी में 13 रन शामिल रहे. नंबर तीन पर उतरे मार्नस लाबुशेन को शुरुआत में सिराज ने काफी परेशान किया और दो बार गेंद उनके हाथ पर लगी. इससे वे दर्द से बिलबिला उठे. असहज रहने के बावजूद उन्होंने विकेट नहीं फेंका और स्टीव स्मिथ के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की.

 

स्मिथ-हेड का जडेजा ने किया शिकार


रवींद्र जडेजा ने इस जोड़ी को तोड़ा. उनकी फिरकी ने स्मिथ को क्रीज से बाहर निकलकर बड़ा शॉट लगाने के लिए ललचाया. मगर गेंद सही से कनेक्ट नहीं हुई और कवर्स में शार्दुल ठाकुर के हाथों लपके गए. स्मिथ ने 47 गेंद में तीन चौकों से 34 रन बनाए. ट्रेविस हेड के खिलाफ भारत ने छोटी गेंद की रणनीति अपनाई. इससे कुछ मौके बने भी लेकिन वे सेफ जोन में जाकर गिरे. रवींद्र जडेजा की गेंद पर भारत के हाथ मौका आया मगर बाउंड्री पर उमेश यादव कैच नहीं लपक पाए. मगर दो गेंद बाद ही जडेजा ने इस बल्लेबाज को अपनी गेंद पर लपक लिया. वे 18 रन बना सके.

 

रहाणे-शार्दुल ने भारत को दिया सहारा


इससे पहले तीसरे दिन लंच के ठीक बाद भारत की पारी सिमट गई. पांच विकेट पर 151 रन से आगे खेलते हुए टीम ने श्रीकर भरत (पांच रन) को दिन की दूसरी गेंद पर स्कॉट बोलैंड की गेंद पर गंवा दिया. इसके बाद भारतीय बैटिंग का जिम्मा रहाणे और शार्दुल पर आ गया. दोनों ने इस जिम्मेदारी को पूरे जज्बे से संभाला. दोनों ने ऑस्ट्रेलिया की कातिलानी तेज गेंदबाजी के सामने पूरी जान लगा दी. इस दौरान दोनों को कई बार शरीर पर गेंदों के आघात सहने पड़े तो कई जीवनदान भी मिले. बॉलैंड की गेंद पर तीसरी स्लिप में उस्मान ख्वाजा ने शार्दुल का आसान कैच टपकाया. फिर कमिंस की गेंद पर गली में कैमरन ग्रीन ने कैच छोड़ दिया. पैट कमिंस की गेंद पर शार्दुल को दो बार हाथ पर चोट लगी और उन्हें फिजियो की मदद लेनी पड़ी.

 

रहाणे डब्ल्यूटीसी फाइनल में फिफ्टी ठोकने वाले पहले भारतीय


रहाणे ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को पहले चौका और फिर शानदार हुक शॉट पर छक्का लगाकर 92 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा कर टीम में वापसी का जश्न मनाया. यह उनके टेस्ट करियर का 26वां पचासा रहा. साथ ही वे डब्ल्यूटीसी फाइनल में अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने. वे जब 69 रन के स्कोर पर पहुंचे तो टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन पूरे करने वाले 13वें भारतीय बन गए. इस पारी से पहले उनके नाम 82 टेस्ट में 4931 रन थे. रहाणे को फिर स्लिप में डेविड वॉर्नर ने जीवनदान दिया. लंच से ठीक पहले के ओवर में कमिंस की गेंद पर शार्दुल ठाकुर के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील अंपायर ने मंजूर की मगर रिव्यू में वह नोबॉल निकली. इस तरह शार्दुल को जीवनदान मिला.

 

लंच के बाद रहाणे का विकेट ऑस्ट्रेलिया को मिल गया. कमिंस की गेंद पर गली में ग्रीन ने गोता लगाकर कमाल का कैच लपका. भारत के आखिरी चार विकेट दूसरे सेशन में 36 रन के अंदर गिर गए. शार्दुल ने इस बीच 108 गेंद में अपना चौथा टेस्ट अर्धशतक लगाया. वे दी ओवल मैदान में लगातार तीसरा अर्धशतक लगाने वाले भारत के पहले और दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बने. ऑस्ट्रेलिया के लिए कमिंस ने तीन जबकि ग्रीन, स्टार्क और बॉलैंड ने दो-दो विकेट लिए.

 

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