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'मैं जाऊंगा और विरोधी बॉलिंग की धज्जियां उड़ा दूंगा', एशिया कप के बाद रोहित शर्मा ने इस शर्त के साथ बनाया तूफानी बैटिंग का प्लान

रोहित शर्मा के ताबड़तोड़ खेल से भारत ने 10 में से 8 मैचों में पावरप्ले के पहले 10 ओवर में 60 से ऊपर रन बनाए. इनमें से 4 में 80 तो तीन में 90 से ऊपर रन बने.

रोहित शर्मा की दमदार बैटिंग ने वर्ल्ड कप में विरोधी टीमों की नींद उड़ा रखी है.
authorShakti Shekhawat
Sat, 18 Nov 02:12 PM

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने वर्ल्ड कप 2023 में अपने तूफानी खेल से धूम मचा रखी है. वह पारी की शुरुआत करने आते हैं और पहली गेंद से ही हमलावर रुख अपनाकर विरोधी टीमों को दबाव की तरफ धकेल देते हैं. रोहित शर्मा ने पहले बैटिंग करते हुए और लक्ष्य का पीछा करते समय हर बार एक ही टोन में बैटिंग की है. उन्होंने वर्ल्ड कप 2023 के अभी तक के 10 मैचों में बल्ले को रोका नहीं है. उन्होंने टीम के लिए खुद यह भूमिका चुनी थी और अब इसे पूरी शिद्दत से निभा रहे हैं. लेकिन रोहित शर्मा ने विध्वंसक बल्लेबाजी का फैसला कब किया और किस तरह से पूरी प्लानिंग बनी. इसका अब खुलासा हुआ है. टीम मैनेजमेंट ने गहन चिंतन-मनन के बाद रोहित को इस भूमिका के लिए मंजूरी दी थी.

 

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, रोहित पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के दौरान भी आक्रामक भूमिका निभाना चाहते थे. लेकिन तब यह दांव नहीं चला. इस बार का वर्ल्ड कप भारत में हो रहा था और यहां की पिचों को रोहित अच्छे से समझते हैं. वे जानते हैं कि यहां पर किस तरह से शॉट लगाए जाते हैं. ऐसे में एशिया कप के बाद टीम मीटिंग में रोहित ने कहा कि वह ओपनिंग करते हुए गंभीर जोखिम लेकिन तेजी से रनों वाला खेल खेलना चाहते हैं. उन्होंने टीम के साथियों और कोचिंग स्टाफ से कहा कि कप्तान के रूप में वह पारी की शुरुआत में ही टीम का रवैया साफ कर देंगे और इससे बाकी खिलाड़ियों को अपना नैसर्गिक खेल खेलने का मौका मिलेगा. उनका संदेश साफ था कि वह जाएंगे और विरोधी टीम की बॉलिंग की धज्जियां उड़ा देंगे.

 

वर्ल्ड कप में रोहित के 500 से ऊपर रन

 

रोहित ने अपनी मंशा जाहिर करने के बाद यह भी साफ कर दिया कि अगर उनका प्लान काम नहीं किया तो वह परंपरागत रूप से खेलने को तैयार होंगे. इस शर्त के जरिए उन्होंने अपने प्लान का बैकअप भी दे दिया. मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने प्लान को पूरी तरह से जांचा-परखा और हामी भर दी. इसका फायदा भारतीय टीम को वर्ल्ड कप में दिखा है. रोहित 55 की औसत और 124.15 की स्ट्राइक रेट से 550 रन बना चुके हैं. वह सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में पांचवें नंबर पर हैं. उनके नाम केवल एक शतक हैं लेकिन वह दो बार 80 व 90 तो चार बार 40 से 50 के बीच आउट हुए हैं. इससे पता चलता है कि वह माइलस्टोन के बजाए रन जुटाने पर ध्यान दे रहे हैं. तभी तो इस वर्ल्ड कप में सर्वाधिक रन वाले टॉप-10 बल्लेबाजों में उनकी स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा है.

 

रोहित के दम पर भारत का धांसू आगाज

 

रोहित के ताबड़तोड़ खेल के चलते भारत ने 10 में से आठ मैचों में पावरप्ले के पहले 10 ओवर में 60 से ऊपर का स्कोर बनाया है. इनमें से चार में 80 तो तीन में 90 से ऊपर रन बने हैं. लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने ज्यादातर बार पहले 10 ओवर के अंदर ही विरोधी टीम के लिए खेल को खत्म कर दिया. भारत को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी रोहित से इसी तरह के खेल की उम्मीद रहेगी क्योंकि जब यह दोनों लीग स्टेज में टकराई थी तब रोहित के बल्ले से रन नहीं निकले थे. 

 

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